इस बार आधे से कम होगा सेब उत्पादन, लगातार हो रही है गिरावट
सेब राज्य हिमाचल के चार हजार करोड़ के कारोबार पर इस बार मौसम ने संकट पैदा कर दिया है। ऐसे में इस बार आधे से कम सेब उत्पादन होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
शिमला, यादवेन्द्र शर्मा। सेब राज्य हिमाचल के चार हजार करोड़ के कारोबार पर इस बार मौसम ने संकट पैदा कर दिया है। इस कारण राज्य को अभी तक करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है। बागवानी विभाग ने पहले चार करोड़ पेटियों का अनुमान लगाया था, जो अब गिरकर मुश्किल से डेढ़ करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।
ग्लोबल वार्मिग के कारण हिमाचल में बदलते मौसम के तेवरों और आंधी, तूफान व ओलों के कारण पांच जिलों में सेब की फसल प्रभावित हुई है। इसके शिमला, कुल्लू, मंडी, किन्नौर और चंबा शामिल हैं। बदलते मौसम ने करोड़ों रुपये की आर्थिकी को प्रभावित किया है। विशेषज्ञों की माने तो वर्षा और बर्फबारी में लगातार गिरावट आ रही है और जब बारिश हो रही तो वह नुकसान का कारण बन रही है। बीस वर्र्ष से प्रदेश में बर्फबारी के ट्रेंड में बदलाव आने लगा है। मसलन बर्फबारी कम हो रही है और इसका सीधा असर भूजलस्तर पर पड़ रहा है। सेब व अन्य फलों के पौधे लगातार सूख रहे हैं। हालांकि सेब के आयात शुल्क में 25 फीसद की वृद्धि से हिमाचली सेब की मिठास और बढ़ने वाली है।
लगातार हो रही गिरावट
प्रदेश में सेब के उत्पादन में लगातार गिरावट आ रही है। इस वर्ष डेढ़ करोड़ से भी कम सेब की पेटियों का उत्पादन होने का अनुमान है। एक पेटी में 20 से 25 किलो सेब की पैकिंग उसके ग्रेड के आधार पर होती है।
इस बार सेब सहित अन्य सभी फसलें मौसम के कारण प्रभावित हुई हैं। सेब की इस बार डेढ़ करोड़ तक पेटियां होने का अनुमान है।
-एमएस राणा, निदेशक बागवानी विभाग