अनुराग के ड्रीम प्रोजेक्ट को झटका, केंद्र के पत्र पर हिमाचल सरकार ने दिया जवाब
हिमाचल सरकार ने केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए फंडिंग से इन्कार कर दिया है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। ऊना से हमीरपुर रेललाइन पहुंचाने का केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट लटक सकता है। हिमाचल सरकार ने इसके लिए फंडिंग से इन्कार कर दिया है। केंद्र के पत्र के जवाब में हिमाचल सरकार का कहना है कि वित्तीय संसाधनों की कमी के चलते ऊनाह मीरपुर रेललाइन में राज्य सरकार किसी भी प्रकार की हिस्सेदारी नहीं कर सकती। केंद्र सरकार चाहे तो इस रेललाइन का निर्माण कर सकती है। केंद्र सरकार ने हिमाचल से पूछा था कि इस रेललाइन के लिए कितना खर्च वहन किया जाएगा।
रेललाइन के निर्माण पर 5821.47 करोड़ खर्च किया जाना प्रस्तावित है। केंद्र ने इसकी पचास फीसद राशि हिमाचल की ओर से खर्च करने के लिए कहा था, लेकिन प्रदेश सरकार ने यह राशि वहन करने से इन्कार कर दिया है। रेलवे की ओर से प्रदेश सरकार को इस बाबत इस साल जून में पत्र भेजा गया था।
केंद्रीय रेलवे मंत्रालय आर्थिक दृष्टि से उपयुक्त नई रेललाइनों का निर्माण करवाता है। अन्यथा राज्य सरकारों को रेलवे परियोजनाओं के मामलों में हिस्सेदारी वहन करने के लिए कहा जाता है। एनडीए सरकार के पहले कार्यकाल से ऐसी व्यवस्था की गई है कि राज्य सरकार को रेलवे परियोजनाओं के लिए तय राशि अग्रिम जमा करवानी होगी। उसके बाद ही निर्माणाधीन परियोजनाओं में कार्य आगे चलेगा।
पत्र का जवाब नहीं मिला
ऊना-हमीरपुर रेललाइन का सर्वेक्षण और डीपीआर बनाने का कार्य पूरा हो चुका है। इसके बाद रेलवे मंत्रालय की ओर से राज्य सरकार को पत्र आया है, सरकार की ओर से उसका जवाब नहीं मिला है। उसके बाद ही इस रेललाइन को लेकर स्थिति स्पष्ट होगी।
-अनुराग ठाकुर, केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट राज्यमंत्री।
पत्र का जवाब दे दिया
राज्य सरकार ने केंद्र के पत्र का जवाब दे दिया है। केंद्र सरकार की ओर से ऊना-हमीरपुर रेललाइन के लिए राज्य की हिस्सेदारी के संबंध में पूछा था। राज्य सरकार फंडिंग करने की स्थिति में नहीं है, ऐसे में सरकार इस रेललाइन का खर्च नहीं उठा सकती।
-जेसी शर्मा, प्रधान सचिव परिवहन विभाग।
54.100 किलोमीटर प्रस्तावित है रेललाइन
ऊना से हमीरपुर रेललाइन 54.100 किलोमीटर प्रस्तावित है। इस रेललाइन में 11 सुरंगों का निर्माण प्रस्तावित है। एक सुरंग आठ किलोमीटर लंबी होगी जो बंगाणा से हमीरपुर की ओर निर्मित होगी। 15 बड़े पुलों का निर्माण किया जाएगा। इनमें एक पुल 2.45 किलोमीटर लंबा होगा। जो इस रेललाइन पर सबसे लंबा पुल होगा। जो बड़े पुल बनेंगे उनकी अधिकतम ऊंचाई 90 मीटर होगी। एक समय इस रेललाइन की निर्माण लागत 2850 करोड़ रुपये थी।
अब संशोधित निर्माण लागत बढ़कर 5821.74 करोड़ रुपये हो गई है। फाइनल सर्वेक्षण के मुताबिक ऊना से हमीरपुर तक कुल पांच स्टेशन बनाए जाने की प्रस्तावित हैं। ऊना रेलवे स्टेशन को जंक्शन और हमीरपुर में रेल टर्मिनल बनाने का प्रस्ताव है।