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Himachal Budget 2020: ग्रामीण स्‍तर पर पहुंचेगा गोकुल मिशन, 120 पशु चिकित्‍सा सहायक नियुक्‍त होंगे

Himachal Pradesh Budget 2020 राज्य में हिम कुकुट योजना शुरू कर दी है। राज्य में मोबाइल वेटनरी योजना के साथ गोकुल मिशन को ग्रामीण स्तर पर पहुंचाया जाना है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Fri, 06 Mar 2020 12:14 PM (IST)Updated: Fri, 06 Mar 2020 12:14 PM (IST)
Himachal Budget 2020: ग्रामीण स्‍तर पर पहुंचेगा गोकुल मिशन, 120 पशु चिकित्‍सा सहायक नियुक्‍त होंगे
Himachal Budget 2020: ग्रामीण स्‍तर पर पहुंचेगा गोकुल मिशन, 120 पशु चिकित्‍सा सहायक नियुक्‍त होंगे

शिमला, जागरण संवाददाता। राज्य में हिम कुकुट योजना शुरू कर दी है। राज्य में मोबाइल वेटनरी योजना

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के साथ गोकुल मिशन को ग्रामीण स्तर पर पहुंचाया जाना है। गांव में बेहतर सुविधाएं देने के लिए गोकुल मिशन को ग्रामीण स्तर तक पहुंचेगा। 120 पशु चिकित्सा सहायकों की नियुक्ति होगी। दू्ध के रेट में दो रुपये की बढ़ोतरी होगी। कृषि उद्यान पशुपालन मत्स्य पालन कृषि बागवानी विश्वविद्यालय बैंक के अधिकारी व कर्मचारी भाग लेंगे। इस समय जल संग्रहण संरक्षण तथा प्रबंधन से संबंधित विभिन्न योजनाओं का कार्य अलग-अलग विभागों द्वारा किया जा रहा है।

इन सभी प्रयासों का समुचित लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से विभिन्न विभागों में सकता है। इसे कमीशन दिया जाएगा, इस परियोजना के पूरा होने के लगभग 3000 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। 4000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की जा सके। 2020-2021 में इस परियोजना के लिए 70 करोड़़ का बजट प्रावधान प्रस्तावित है।

लघु सिंचाई योजना लघु सिंचाई योजनाओं को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत शीघ्र ही पूरा किया जाएगा। 328 करोड़ रुपये की लागत से 111 लघु सिंचाई योजना योजनाओं के लिए भारत सरकार से अब तक 202 करोड़ रुपये प्राप्त हो चुके हैं। इन सिंचाई योजनाओं का निर्माण कार्य चरणों में है।

किसानों की आय को दोगुना करने आैर कृषि संबंधी कठिनाइयों को दूर करने के लिए भारत सरकार में मॉडल अधिनियम तैयार किया है। इनमें से मॉडर्न एग्रीकल्चर प्रोड्यूस एंड स्टॉप मार्केटिंग पहले ही सदन की समिति

ने अपनी सिफारिशें प्रदान कर दी हैं। हमारी सरकार का प्रस्ताव है कि कृषि से संबंधित अन्य मॉडल अधिनियम को भी माननीय सदस्य विचार प्रस्तुत किया जाएगा। प्रदेश के किसान परिवार निजी कारणों से गांव छोड़कर शहरों में निवास कर रहे हैं। उनके बच्चे पढ़ते हैं परिणाम स्वरूप कृषि भूमि खाली पड़ी रहती है। इसे सरकार उपयोग में लाएगी।


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