कांग्रेस सरकार में बड़े 'वजीर' होंगे रोहित : आनंद शर्मा
जुब्बल नावर कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में बागवानी और सड़कों का विस्तार कांग्रेस की देन है।
संवाद सूत्र, रोहड़ू : जुब्बल नावर कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में बागवानी और सड़कों का विस्तार कांग्रेस की देन है। यह दावा पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने उबादेश की कलबोग पंचायत में कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए किया। उन्होंने जनता से रोहित ठाकुर को भारी मतों से जीत दिलवाकर विधानसभा भेजने की अपील की और कहा कि 2022 में बनने वाली कांग्रेस सरकार में रोहित ठाकुर बड़े वजीर होंगे।
आनंद शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार में जहां सेब के दाम बड़ी गिरावट हुई है, वहीं महंगाई ने जनता की कमर तोड़ कर रख दी है। केंद्र में भाजपा अच्छे दिनों का वादा कर सत्ता में आई थी और समय के साथ सभी वादे भूल गई है।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल, गैस सिलेंडर, सरसों तेल सहित दैनिक उपभोग की वस्तुएं आम जनता की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं। उन्होंने अर्थव्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा। आनंद शर्मा ने कहा कि रोहित ठाकुर अनुभवी और कांग्रेस पार्टी के सशक्त उम्मीदवार हैं, जो क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा चिंतित रहते हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनेगी। वहीं, रोहित ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर रामलाल और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सेब बागवानी के ढांचे को विकसित करने और इस मुकाम तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जुब्बल-नावर-कोटखाई का उपचुनाव विकास पर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जुब्बल नावर कोटखाई का एक समान ²ष्टिकोण के साथ विकास किया है। कलबोग पंचायत में सड़कों के लिए 2012 से 17 के कार्यकाल में 25 करोड़ रुपये खर्च किए गए, 2.24 करोड़ की लागत से 22 केवी का विद्युत उपकेंद्र स्थापित किया गया और 19 करोड़ के बजट प्रावधान से पेयजल योजना स्वीकृत की गई।
आनंद शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार के साढ़े तीन वर्षों के कार्यकाल में जुब्बल नावर कोटखाई में 1 भी सड़क पास नहीं हुई जबकि कांग्रेस के 2012-17 के कार्यकाल में 80 सड़कों की पासिग की गई। उन्होंने कहा कि बागवानी के लिए कांग्रेस पार्टी की विकासात्मक सोच रही है। कांग्रेस कार्यकाल में 70 के दर्शक में एचपीएमसी की स्थापना की गई, एमआईएस के तहत सेब खरीद पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर रामलाल के कार्यकाल में शुरू किया गया। भाजपा की सरकार ने गत्ता फैक्टरी और चेन्नई जैसे महानगरों में एचपीएमसी की जमीनों को बेच दिया।