नड्डा के पास पहुंचा 108 एंबुलेंस का मामला
प्रदेश के एंबुलेंस कर्मचारियों की पैरवी करते हुए एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विष्णु राम ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नडडा को अवगत कराया कि कंपनी लगातार श्रम कानूनों की अवहेलना कर रही है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से चलने वाली एंबुलेंस सेवा दोनों मोर्चो पर फेल रही है। मरीजों को अस्पताल तक ले जाने की बजाय अधिकांश 108 व 102 एंबुलेंस सड़क पर खड़ी रहती हैं। मरम्मत न होने के कारण एंबुलेंस जंग खा रही हैं। दूसरी ओर कंपनी के कर्मचारी वेतन के लिए तरस रहे हैं। मामला सरकार के पास पहुंचने के बावजूद कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है। खटारा एंबुलेंसों की मरम्मत न होने से मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध नहीं हो रही हैं। 24, 48 और 72 घंटे सेवाएं देने के बाद भी कंपनी की ओर से कर्मचारियों को वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है।
कंपनी के रवैये से परेशान सैकड़ों कर्मचारियों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के समक्ष मामला उठाया है। नड्डा ने एंबुलेंस कर्मियों को आश्वस्त किया है कि शीघ्र सार्थक समाधान किया जाएगा। प्रदेश के एंबुलेंस कर्मचारियों की पैरवी करते हुए एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विष्णु राम ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को अवगत करवाया कि कंपनी लगातार श्रम कानूनों की अवहेलना कर रही है। वेतन समय पर देने की मांग करने वाले कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। बड़ी संख्या में एंबुलेंस कर्मियों को वेतन नहीं दिया जा रहा। एंबुलेंस को ठीक करने की गुहार लगाई जा रही है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। प्रदेश सरकार के पास भी कंपनी के खिलाफ शिकायत की थी। दिसंबर में कर्मचारियों ने विरोधस्वरूप एंबुलेंस सेवाएं भी बंद की थी। उसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हुआ। कंपनी ने नियमानुसार सभी कर्मचारियों को वेतन देना स्वीकार किया था। बावजूद इसके कंपनी कर्मचारियों को वेतन नहीं दे रही। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मामले को गंभीर बताते हुए कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जाएगा।