हिमाचल में बर्फबारी के बाद अब पर्यटकों की बहार, होटलों की एडवांस बुकिंग
बर्फबारी के दीदार के लिए हिमाचल के रिज कुफरी नारकंडा मनाली डलहौजी मैक्लोडगंज में पर्यटकों की आमद बढ़ने से यहां के निजी होटलों में 90 फीसद ऑक्यूपेंसी चल रही है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। भारी बर्फबारी के बाद वीरवार को मौसम पूरी तरह साफ हो गया। दिनभर चटक धूप खिली। भारी बर्फबारी वाले क्षेत्रों में यातायात सुविधा न मिलने से दिक्कतें तो हुई, इसके बावजूद पर्यटकों ने बर्फ से खेलने का भरपूर आनंद लिया। रिज, कुफरी, नारकंडा, मनाली, डलहौजी, मैक्लोडगंज में पर्यटकों की आमद बढ़ गई है।
प्रदेश के होटलों की एडवांस बुकिंग चल रही है। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के पास करीब 3300 पंजीकृत होटल हैं। इसके अलावा होमस्टे भी हैं। इनमें से 70 फीसद से अधिक होटल पर्यटन स्थलों में हैं। बर्फबारी के बाद शिमला सहित मनाली, डलहौजी, चायल आदि क्षेत्रों में पर्यटकों ने एडवांस बुकिंग करवा ली है।
प्रदेश में पर्यटन विकास निगम के तहत 55 होटल संचालित किए जा रहे हैं। इन होटलों में 80 फीसद तक ऑक्यूपेंसी चल रही है। कुछ होटल ऐसे हैं जहां पर बर्फबारी के बाद यातायात बाधित होने से पर्यटक नहीं पहुंच सके थे अब मौसम के खुलते ही पर्यटकों की संख्या बढऩे की संभावना है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सूद ने बताया कि निजी होटलों में 90 फीसद ऑक्यूपेंसी चल रही है। आने वाले दिनों में बर्फबारी के बाद मौसम साफ होते ही और पर्यटकों के आने की संभावना है।
पांच स्थानों पर सीजन का सबसे कम न्यूनतम तापमान
प्रदेश के पांच स्थानों पर सीजन का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है। कुछ लोगों का कहना था कि 35 साल बाद एक साथ इतनी अधिक बर्फबारी जनवरी के शुरुआत में हुई है। हालांकि मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार 2017 में जनवरी में काफी अधिक बर्फबारी हुई थी।
13 जनवरी के लिए छह जिलों में भारी बर्फबारी का यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने 11 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से 13 जनवरी को प्रदेश के छह जिलों चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और लाहुल स्पीति में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में भारी वर्षा के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
1034 सड़कें अवरुद्ध, 3866 से अधिक ट्रांसफार्मर बंद
प्रदेश में 1034 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। 3866 ट्रांसफार्मरों के बंद होने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित है। ऐसे में ठंड के साथ बिजली न होने से दोहरी मार पड़ रही है। बसों के 1500 रूट प्रभावित हुए हैं। ताजा बर्फबारी के कारण 500 के करीब बसें फंसी हैं। 38 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं और पाइपों के जाम होने से पानी की सप्लाई नहीं हो पाई जिसके कारण लोगों को बर्फ पिघलाकर काम चलाना पड़ रहा है। प्रदेश में एचआरटीसी के करीब एक हजार रूट बस रूट बंद हैं।
यातायात बहाल करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अभी तो शिमला में ही हालात खराब बने हुए हैं। चालकों, परिचालकों को बर्फ के बीच दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
-पंकज सिंगल, डीएम ट्रैफिक एचआरटीसी।
बर्फबारी से प्रदेशभर में निजी बस रूट भी बाधित हुए हैं। निजी बसों के करीब 500 रूट बंद हैं। एचआरटीसी के शिमला, किन्नौर में ज्यादा रूट हैं, इस कारण निगम की बसें उनसे ज्यादा फंसी हुई हैं। सरकार से मांग है कि बाधित रूटों पर यातायात जल्द बहाल करवाएं।
रमेश कमल, महासचिव, निजी बस ऑपरेटर संघ
जरूरी सेवाएं जल्द हों बहाल: जयराम
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सभी उपायुक्तों और अधिकारियों को हिमपात से बाधित सभी आवश्यक सेवाओं को शीघ्र बहाल करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लोनिवि को बाधित प्रमुख सड़कों को शीघ्र बहाल करने को कहा है। जयराम ने कहा कि अस्पतालों और अन्य आवश्यक सुविधाओं के लिए जाने वाली सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर बहाल किया जाए, ताकि विशेषकर मरीजों को किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े। राज्य विद्युत बोर्ड के अधिकारियों को विद्युत आपूर्ति बाधित क्षेत्रों में आपूर्ति जल्द बहाल करने के निर्देश दिए। जयराम ठाकुर ने सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग को बर्फबारी के कारण बाधित जलापूर्ति व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।
कहां कितनी सड़कें बंद
राष्ट्रीय राजमार्ग 05
शिमला जोन 759
मंडी जोन 179
कांगड़ा जोन 91
कहां कितने ट्रांसफार्मर बंद
शिमला 2582
चंबा 160
कुल्लू 244
मंडी 657
सोलन 195
किन्नौर 28
यहां रहा सीजन का सबसे न्यनूतम तापमान
स्थान न्यूनतम तापमान
कल्पा -9.0
मनाली -7.8
डलहौजी -5.6
शिमला -3.7