एफआइआर दर्ज न करवाने वाले जांच अधिकारी नपेंगे
शिक्षा विभाग में धन की गड़बड़ी सहित छेड़छाड़ के मामलों की एफआइआर न करवाने वाले जांच अधिकारी नपेंगे। इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
राज्य ब्यूरो, शिमला : शिक्षा विभाग में धन की गड़बड़ी सहित छेड़छाड़ के मामलों की एफआइआर दर्ज न करवाने वाले जाच अधिकारियों को जल्द कारण बताओ नोटिस जारी होंगे। प्रदेश सरकार ने सभी जांच अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि आपराधिक श्रेणी के मामले जिनकी विभागीय जांच की जा रही थी, उनकी एफआइआर दर्ज करवाना जरूरी है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अभी तक किसी जिले से इस संबंध में सूचना या रिपोर्ट निदेशालय को नहीं मिली है। उच्च शिक्षा निदेशालय सख्त रवैया अपनाते हुए सभी जांच अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा। इससे पहले विभाग जांच अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस देने की तैयारी कर रहा है। यदि दो दिन के भीतर एफआइआर दर्ज करवाने की रिपोर्ट नहीं मिली तो संबंधित जांच अधिकारियों पर गाज गिरना तय है। प्राथमिक जांच समय पर पूरा न करने वालों पर भी कार्रवाई
शिक्षा विभाग में लंबित प्राथमिक जांच को सरकार द्वारा निर्धारित समय में पूरा न करने वाले जांच अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। अभी तक कुछ जिलों से ही प्राथमिक जांच को बंद करने की अनुमति मांगी गई है। अधिकतर जिलों से इस संबंध में कोई सूचना निदेशालय को नहीं दी गई है। उच्च शिक्षा निदेशालय इन जांच अधिकारियों के खिलाफ भी जांच शुरू कर सकता है। इनसे प्राथमिक जांच समय पर पूरा न करने के कारण पूछे जाएंगे। आपराधिक श्रेणी के मामलों में समय पर एफआइआर न करने वाले जांच अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
अमरजीत कुमार शर्मा, कार्यकारी निदेशक, उच्च शिक्षा विभाग।