हिमाचल को निवेश का हब बनाने के लिए सरकार ने उठाया ये महत्वपूर्ण कदम
हिमाचल में 4775 करोड़ रुपये के निवेश के लिए 93 समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए इससे आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
शिमला, राज्य ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर शिमला में मिनी कॉन्क्लेव आयोजित की गई। इसमें निवेशकों ने पर्यटन, आवास, शिक्षा, खाद्य प्रसंस्करण, स्वास्थ्य, आइटी व आइटीईएस क्षेत्रों में रुचि दिखाई। इस दौरान हिमाचल में 4775 करोड़ रुपये के निवेश के लिए 93 समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें पर्यटन क्षेत्र से संबंधित 47 एमओयू शामिल हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मिनी कॉन्क्लेव की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हिमाचल सरकार धर्मशाला में नवंबर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर मीट से पूर्व विभिन्न क्षेत्रों में 45 हजार करोड़ निवेश के एमओयू पर हस्ताक्षर करने में सफल हुई है। सरकार ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाया है ताकि प्रदेश को निवेश का हब बनाया जा सके। इससे न केवल आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर भी मिलेंगे। कई राज्यों ने भी अंतरराष्ट्रीय रोड शो किए। लेकिन हिमाचल सरकार द्वारा जर्मनी, नीदरलैंड व यूएई में आयोजित अंतरराष्ट्रीय रोड शो और दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई, अहमदाबाद व चंडीगढ़ में घरेलू रोड शो में निवेशकों में प्रदेश में निवेश करने के प्रति विशेष रुचि दिखी है।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सरकार व्यापार में सुगमता पर बल दे रही है। प्रदेश में कई ख्याति प्राप्त शैक्षणिक संस्थान हैं जो इसे देश का एजुकेशन हब बनाते हैं। शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर मीट का संकल्प 85000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करना है।
पर्यटन क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं : बाल्दी
मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने इन्वेस्टमेंट ऑपरच्यूनिटीज इन टूरिज्म एंड हॉर्उंसग सेक्टर पर प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर वर्ष करीब दो करोड़ पर्यटक आते हैं। प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं। पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने के इच्छुक निवेशकों की सुविधा के लिए नई पर्यटन नीति बनाई गई है।
कुंडू ने दिया इन्वेस्टर मीट का न्योता
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू ने मिनी कॉन्क्लेव को सफल बनाने के लिए उद्यमियों का आभार जताया। उन्होंने उद्यमियों को ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के लिए राज्य सरकार की ओर से आमंत्रित किया। सीआइआइ ने दिया सहायता का आश्वासन ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के नेशनल पार्टनर सीआइआइ हिमाचल के अध्यक्ष हरीश अग्रवाल ने प्रदेश को निवेशकों के लिए श्रेष्ठ गंतव्य बनाने के पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने सीआइआइ द्वारा इन्वेस्टर मीट के सफल आयोजन के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।