375 पद खाली, एक साल से नहीं हो रही पदोन्नति
राज्य के 375 के करीब सरकारी स्कूलों प्रधानाचार्य के पद खाली पड़े हुए हैं। एक साल से ज्यादा समय बीत चुका है। बावजूद इसके शिक्षा विभाग पद्दोन्नति की सूची जारी ही नहीं कर रहा है। कई शिक्षक ऐसे हैं जो बिना पद्दोन्नति के ही सेवानिवृत हो रहे हैं। मुख्य अध्यापक और लेक्चरर पद से पद्दोन्नत कर प्रधानाचार्य बनाया जाता है। शिक्षा विभाग ने स्कूलों में अस्थायी व्यवस्था अपनाने हुए उप प्रधानाचार्य को कार्यवाहक प्रधानाचार्य का जिम्मा दिया हुआ है। शिक्षकों का कहना है कि पद्दोन्नति न होने से उन्हें हर महीने 4 से 5 हजार के करीब वित्तीय नुकसान हो रहा है।
अनिल ठाकुर, शिमला
हिमाचल के करीब 375 सरकारी स्कूलों में प्रधानाचार्य के पद खाली हैं। एक साल से ज्यादा समय होने के बावजूद शिक्षा विभाग पदोन्नति की सूची जारी नहीं कर रहा है। कई शिक्षक ऐसे हैं जो बिना पदोन्नति के ही सेवानिवृत्त हो रहे हैं। मुख्य अध्यापक और लेक्चरर पद से पदोन्नत कर प्रधानाचार्य बनाया जाता है। ऐसे में मुख्य अध्यापकों व लेक्चरर को पदोन्नति का इंतजार है।
शिक्षा विभाग ने स्कूलों में अस्थायी व्यवस्था अपनाने हुए उपप्रधानाचार्य को कार्यवाहक प्रधानाचार्य का जिम्मा दिया है। शिक्षकों का कहना है कि पदोन्नति न होने से उन्हें हर महीने चार से पांच हजार के करीब वित्तीय नुकसान हो रहा है। यह नुकसान वेतन के साथ सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन में भी होगा। पदोन्नति के लिए पात्र होने के बावजूद उन्हें इसका विभाग की यह अनदेखी आने वाले दिनों में भारी पड़ने वाली है। इस महीने 33 और अप्रैल में 39 प्रधानाचार्य व मुख्य अध्यापक सेवानिवृत्त होंगे। ऐसे में विभाग को वरिष्ठता सूची को दोबारा संशोधित करना पड़ेगा। 14 नवंबर 2018 को मुख्य अध्यापक पद से प्रधानाचार्य के पद पर पदोन्नति की सूची जारी की गई थी। उसके बाद पदोन्नति की सूची जारी नहीं हुई है। विभाग वरिष्ठता सूची का हवाला देकर मामला लटका रहा है। जिलों में खाली पद
जिला,स्कूल
शिमला,100
सिरमौर,67
चंबा,58
किन्नौर,16
ऊना,14
इस साल सेवानिवृत्त होने वाले मुख्य अध्यापक व प्रधानाचार्य
महीना,संख्या
मार्च,33
अप्रैल,39
मई ,19
जून,18
जुलाई,6
अगस्त,19
सितंबर,24
अक्टूबर,20
नवंबर,17
दिसंबर,8 यह है सूरत-ए-हाल
पद,सृजित पद,खाली पद
प्रधानाचार्य,1861,376
प्रवक्ता,16510,2286
मुख्य अध्यापक,931,95
---------- पदोन्नति का मामला मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व शिक्षा निदेशक के समक्ष उठाया गया है। सरकार इस तरफ ध्यान नहीं दे रही है। पदोन्नति न होने से स्कूलों में काम प्रभावित हो रहा है। शिक्षकों को भी इसका नुकसान हो रहा है।
विजय गौतम, अध्यक्ष, मुख्य अध्यापक संघ
--------- सरकार के समक्ष कई बार यह मामला उठाया है। जब तक वरिष्ठता सूची सही नहीं हो जाती, तब तक प्लेसमेंट के आधार पर प्रधानाचार्य पदोन्नत किए जाएं। पहले भी इस तरह की व्यवस्था अपनाई जा चुकी है।
वीरेंद्र चौहान, अध्यक्ष राजकीय अध्यापक संघ
--------
प्रधानाचार्य के पद पर पदोन्नति की प्रक्रिया चली हुई है। वरिष्ठता सूची को दुरुस्त किया जा रहा है। जल्द ही इसे फाइनल कर पदोन्नति की सूची जारी कर दी जाएगी।
डॉ. अमरजीत शर्मा, निदेशक, उच्चतर शिक्षा विभाग