कोरोना वैक्सीन लगाने में वरिष्ठ नागरिकों में दिखा उत्साह
कोरोना रोधी वैक्सीनेशन कक्ष के बाहर लाभार्थियों की कतारें लगी थीं। कक्ष के एक तरफ दो से
कोरोना रोधी वैक्सीनेशन कक्ष के बाहर लाभार्थियों की कतारें लगी थीं। कक्ष के एक तरफ दो से तीन स्वास्थ्य कर्मी वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने के लिए इंतजार कर रहे थे तो दूसरी ओर 60 साल से अधिक वर्ष के वरिष्ठ नागरिक अपनी बारी के लिए कतार में खड़े थे। वरिष्ठ नागरिकों के चेहरे पर पहली बार वैक्सीन लगाने को लेकर खास उत्साह झलक रहा था।
पहली डोज लगाने पहुंचे वरिष्ठ नागरिक बेसब्री से अपनी बारी आने के लिए उत्सुक दिख रहे थे। काफी देर इंतजार करने के बाद परेशान हुए कुछ लोग दरवाजे पर खड़े सुरक्षा कर्मी से पूछने लगे कि अंदर गए लोगों को टीका लगकर आने में कितना समय लगेगा। सुरक्षा कर्मी ने उन्हें उनकी वैक्सीनेशन जल्द करवाने का आश्वासन दिया।
रिपन अस्पताल में सुबह 10 बजे से कई लोग वैक्सीनेशन करवाने के लिए पहुंचे। इसमें 60 साल या उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों के साथ पहली और दूसरी डोज लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मी व फ्रंटलाइन वर्कर भी शामिल थे। शिमला में सोमवार से कोरोना वैक्सीनेशन का तीसरा चरण शुरू हो गया था।
प्रस्तुति : जागरण संवाददाता, शिमला। 12 बुजुर्गो ने ली कोरोना वैक्सीन
पहले दिन वैक्सीनेशन के बारे में पर्याप्त जानकारी न होने और पोर्टल न चलने की वजह से महज 12 बुजुर्गो को ही वैक्सीन लगी। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि तीसरा चरण शुरू होने के बाद जागरूकता के आधार पर अब लोगों के अधिक आने की उम्मीद है। बैठने की हो उचित व्यवस्था
वैक्सीनेशन कक्ष के बाहर जगह कम होने और बैठने की पर्याप्त व्यवस्था न होने से वरिष्ठ नागरिकों को इंतजार करने में परेशानी हुई। कक्ष के बाहर बैठने के लिए केवल एक ही बैंच लगाया गया था। वरिष्ठ नागरिकों का कहना है कि बाकी आयु वर्गो की अपेक्षा उनमें ज्यादा देर खड़े रहने की क्षमता कम होती है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि वैक्सीनेशन कक्ष के बाहर बैठने की उचित व्यवस्था हो ताकि वरिष्ठ नागरिकों को अपनी बारी के लिए इंतजार करने में परेशानी न आए। रुक-रुक कर चलता रहा पोर्टल
तीसरे चरण के शुरू होने के दूसरे दिन भी कोविड पोर्टल रुक-रुक कर चलता रहा। प्रशासन का तर्क है कि देशभर में एक ही कोविड पोर्टल के माध्यम से वैक्सीनेशन जारी है तो कई बार पोर्टल हैंग हो रहा है। साथ ही तीसरे चरण के लिए पोर्टल में तकनीकी बदलाव किए गए हैं तो पोर्टल के चलने में रुकावट आ रही है।