भरयाल में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का विरोध, अब 13 को होगी बैठक
जागरण संवाददाता शिमला शहर के दो वार्डो में सीवरेज की सुविधा देने के लिए शिमला जल प्रबंध
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर के दो वार्डो में सीवरेज की सुविधा देने के लिए शिमला जल प्रबंधन निगम की टीम ने भरयाल में प्रस्तावित सीरवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की साइट का दौरा किया। इसमें नगर निगम के अधिकारियों के अलावा टुटू व मज्याठ वार्ड के पार्षद भी मौजूद रहे। इस दौरान मज्ठाई व बागी पंचायत के जन प्रतिनिधि व स्थानीय लोग शामिल रहे।
पंचायत प्रतिनिधियों ने विरोध करते हुए कहा कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को किसी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। इस पर शिमला जल प्रबंधन कंपनी ने दोबारा से 13 मार्च को पंचायत प्रतिनिधियों के साथ संयुक्त निरीक्षण व बैठक बुलाई है। इसमें विस्तार से पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर मामले को सुलझाने की कोशिश की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान निगम के अतिरिक्त महाप्रबंधक गोपाल कृष्ण समेत अन्य अधिकारियों के साथ स्थानीय वार्डो के पार्षद मौजूद रहे। पंचायत प्रतिनिधियों व लोग एसटीपी की साइट को लेकर संतुष्ट नहीं हैं। पंचायत प्रतिनिधियों का तर्क है कि भरयाल में कूड़ा संयत्र शिफ्ट करने के दौरान नगर निगम के समक्ष स्थानीय पंचायतों ने अपनी कई मांगों व समस्याओं को रखा था, जिसे नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि आज भी कूड़ा संयंत्र व मिट्टी की डंपिग होने से नुकसान हो रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों के साथ मिलकर मामले में फैसला लिया जाएगा।
उपप्रधान केश्वाराम ने कहा कि लोगों के हित की रक्षा के लिए पंचायत हर तरह से संघर्ष के लिए तत्पर है। हालांकि इस बार गांव के लोगों की मांग पर कूड़ा संयंत्र के पास नाले में की गई डंपिग को निकालने के लिए जेसीबी तक लगा दी हैं। स्थानीय लोगों की गंदगी से लेकर पानी के स्रोतों के संक्रमित होने का मामले को भी उठाया है।