मरीजों को जेनरिक दवाएं लिखें डाक्टर
संवाद सहयोगी रामपुर बुशहर महात्मा गांधी सेवा चिकित्सा परिसर खनेरी की रोगी कल्याण समिति
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : महात्मा गांधी सेवा चिकित्सा परिसर खनेरी की रोगी कल्याण समिति की बैठक शुक्रवार को समिति के अध्यक्ष व एसडीएम रामपुर सुरेंद्र मोहन की अध्यक्षता में हुई। इसमें सिविल सप्लाई, एटीएम व एसडीटी की दुकानों के किराये में बढ़ोतरी और अस्पताल के जन औषधि केंद्र में मरीजों को जेनरिक दवाएं उपलब्ध करवाने की बात कही। अस्पताल की अव्यवस्था पर उन्होंने अस्पताल प्रशासन को लताड़ भी लगाई। उन्होंने चिकित्सकों को भी निर्देश दिए कि मरीजों को जेनरिक दवाएं लिखें।
बैठक में कल्याण समिति का वर्ष 2019-20 के आय, व्यय का ब्यौरा रखा गया। कार्यकारी एमएस डा. सुनील शर्मा ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में समिति को 40 लाख 64 हजार 483 रुपये की आय प्राप्त हुई है, जबकि 43 लाख 6 हजार 680 रुपये खर्च वहन किया गया है।
इस मौके पर बीएमओ रामपुर डा. आरके नेगी, बीएमओ आयुर्वेद डा. दिनेश कुमार, बीडीओ केआर कपूर, नगर परिषद अध्यक्ष प्रीति कश्यप, पूर्व अध्यक्ष दीपक सूद, पार्षद मुस्कान नेगी, तन्मय शर्मा सहित अस्पताल का स्टाफ उपस्थित था। कैंटीन का टेंडर करने के निर्देश
एसडीएम सुरेंद्र मोहन ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि कैंटीन के टेंडर एक माह के भीतर लगाए जाएं, ताकि यहां आने वाले तीमारदारों और अन्य लोगों को कैंटीन की सुविधा समय पर मिल सके। उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों को सरकार की ओर से दी जा रही मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाओं को सुनिश्चित बनाने के भी निर्देश दिए। मरीजों को दी जाएंगी बेहतर सुविधाएं
एसडीएम सुरेंद्र मोहन ने अस्पताल में स्थित जन औषधि केंद्र में आइजीएमसी शिमला और ठियोग की तर्ज पर दवाएं मुहैया करवाने और केंद्र के संचालक को जल्द ही बीपीपीआइ से मंजूरी लेकर दवाएं उपलब्ध करवाएं। रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने को लेकर स्ट्रेचर, पंखे, कुर्सी, कार्डिक चेयर, ड्रेसिग ट्रॉली खरीदने का निर्णय लिया गया। बैठक में कल्याण समिति की आय बढ़ाने को लेकर भी निर्णय लिए गए। एंबुलेंस किराये में 10 फीसद की बढ़ोतरी
एसडीएम सुरेंद्र मोहन ने रामपुर से शिमला रेफर होने वाले मरीजों के लिए एंबुलेंस किराये में 10 फीसद तक की बढ़ोतरी की गई है। अस्पताल में चल रही एसआरएल लैब को अपने निर्धारित समय के तहत कार्य करने के निर्देश दिए। अस्पताल की लैब में इमरजेंसी टेस्ट दोपहर 12 बजे के बाद भी करने का निर्णय लिया गया। अस्पताल की मैस और वॉशिग सेंटर में होने वाले मरम्मत कार्यो को ठेकेदार स्वयं करेगा।