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लीजधारकों को दूसरी तो डिफाल्टरों को लीज देने पर रोक

जागरण संवाददाता शिमला शहर में नगर निगम की संपत्ति एक से ज्यादा दूसरी किसी को नहीं मिलेगी

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Feb 2021 08:15 PM (IST)Updated: Thu, 25 Feb 2021 08:15 PM (IST)
लीजधारकों को दूसरी तो डिफाल्टरों को लीज देने पर रोक
लीजधारकों को दूसरी तो डिफाल्टरों को लीज देने पर रोक

जागरण संवाददाता, शिमला : शहर में नगर निगम की संपत्ति एक से ज्यादा दूसरी किसी को नहीं मिलेगी। निगम ने परिवार में एक ही संपत्ति लीज पर देने का फैसला लिया है। इसके अलावा जो किसी भी तरह से निगम का डिफाल्टर होगा, उसे भी निगम की संपत्ति लीज पर नहीं दी जाएगी। जिस भी व्यक्ति को निगम की संपत्ति लीज पर देने का फैसला लिया जाएगा, उसे हर ब्रांच से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) लाना होगा। इसके बाद ही निगम की ओर से लीज जारी की जाएगी।

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कोराना संकट के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहा निगम इस बजट में अपनी आय के संसाधन बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है। निगम शहर में नई योजनाएं शुरू कर सकता है, ताकि आय में बढ़ोतरी हो सके। इसके अलावा रिज मैदान पर स्टेट लाइब्रेरी के स्थान पर बुक कैफे और वरिष्ठ नागरिकों के बैठने के लिए जगह बनाने को मंजूरी दी गई। यहां वरिष्ठ नागरिकों के लिए दैनिक समाचार पत्र, मैगजीन सहित मनोरंजन के लिए व्यवस्था की जाएगी। 34 वार्ड में होगी डक्टिंग, जियो से वसूली जाए फीस

नगर निगम हाउस में 34 वार्डो में बिजली, पानी सहित इंटरनेट कनेक्शन की तारें अंडरग्राउंड कर डक्टिंग करने का फैसला लिया गया। पार्षदों का कहना था कि साल में कई बार बर्फबारी, तेज बारिश व तूफान आने पर पेड़ों की टहनियां टूटकर तारों पर गिरती हैं, इसके कारण कई घंटों तक बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है। इसलिए सभी प्रकार की तारों की डक्टिंग हो। इसके अलावा पूर्व मेयर व पार्षद कुसुम सदरेट ने कहा कि शहर में कई स्थानों पर जियो कंपनी इंटरनेट कनेक्शन लगाने के लिए नगर निगम के खंभों का इस्तेमाल करती है। इसलिए निगम की आय बढ़ाने के लिए कंपनी से फीस वसूली जाए। हाउस की मंजूरी से पानी की दरें बढ़ाने पर हो फैसला

फागली वार्ड की पार्षद सिम्मी नंदा का कहना है कि कूड़े सहित कई प्रकार की बिल अदायगी को लेकर नगर निगम हाउस मंजूरी देता है, लेकिन पानी की दर बढ़ाने के लिए हाउस से मंजूरी नहीं मांगी जाती। उन्होंने मांग उठाई कि पानी की दर में हर साल 10 फीसद बढ़ोतरी लोगों पर आर्थिक बोझ डालती है, इसलिए दरें बढ़ाने के लिए हाउस से मंजूरी ली जाए। सदरेट ने उठाया मामला, पार्षद कहां बैठेंगे

पूर्व मेयर व अनाडेल वार्ड की पार्षद कुसुम सदरेट ने कहा कि टाउनहाल भवन में पार्षदों के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है। इस भवन के निचले तल पर नगर निगम लाइट एंड साउंड शो तैयार करना चाहता है लेकिन पार्षदों के बैठने के लिए कोई स्थान चिह्नित नहीं है। आठ साल में टैंक की नहीं खुद सकी नींव

ढली वार्ड पार्षद कमलेश मेहता का कहना है कि आठ साल से ढींगू धार में पानी का टैंक बनना प्रस्तावित है, लेकिन निगम गहरी नींद में सोया है। अभी तक इस स्थान पर टैंक की नींव तक नहीं बन पाई है। उन्होंने निगम से आग्रह किया कि जल्द इस काम को पूरा किया जाए। खेल मैदान पर हो सबका हक

समरहिल वार्ड की पार्षद शैली शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के समीप खेल का मैदान है जोकि विवि प्रशासन के अधीन नहीं है। बच्चों के खेल के अलावा आसपास रहने वाले लोग मैदान में सुबह व शाम सैर करने आते हैं, लेकिन कुछ समय से प्रशासन ने मैदान के बाहर गेट पर ताला लगा दिया है। इससे आसपास के लोग मैदान का इस्तेमाल नहीं कर पाते। उन्होंने मांग उठाई कि खेल मैदान पर सबका हक होना चाहिए।


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