शहर में न लगे जाम, पुलिस लोगों की लेगी मदद
शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है।
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। शिमला सिटी ट्रैफिक एंड रेगुलेशन प्लान के तहत यातायात व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए पुलिस अब लोगों की मदद लेगी। पीक आवर्स यानि सुबह नौ से दिन में 11 बजे और सायं चार से साढ़े पांच बजे तक स्वयंसेवियों को शहर के अधिक व्यस्त चौराहों पर तैनात किया जाएगा। जिला पुलिस की तरफ से इन्हें जैकेट व सीटी दी जाएगी। पुलिस जवानों के साथ स्वयंसेवी ट्रैफिक कंट्रोल करेंगे।
करीब सात साल पहले भी शिमला में ऐसी व्यवस्था लागू की गई थी लेकिन बाद में इसे खत्म कर दिया था। अब दोबारा पुलिस लोगों की मदद लेगी। गैर सरकारी संस्थाएं, कॉलेज व विश्वविद्यालय के छात्र, समाजसेवी इस कार्य में पुलिस का सहयोग कर सकते हैं।
शहर में गाड़ियां ज्यादा, पार्किंग कम
पुलिस के अनुसार शिमला शहर में सुबह और शाम के समय अधिक जाम लगता है। इस कारण लोगों को दिक्कत झेलनी पड़ती है। जिले में सवा दो लाख गाड़ियां पंजीकृत हैं। शहर में 2500 गाड़ियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था है। इस कारण लोग सड़कों के किनारे गाड़ियों को पार्क कर देते हैं। इससे जाम लगता है। पुलिस के मुताबिक पूरे शहर में 24,830 गाड़ियां सड़कों के किनारे खड़ी रहती हैं।
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पुलिस शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए स्वयंसेवियों को सुबह और शाम के समय सड़कों पर पुलिस जवानों के साथ तैनात किया जाएगा। इसमें गैर सरकारी संस्थाओं की मदद भी ली जाएगी।
-प्रवीर ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिमला