शिमला के सात केंद्रों में 369 को लगी कोरोना वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन के पहले चरण में सोमवार को जिले के सात केंद्रों मे
जागरण संवाददाता, शिमला : कोरोना वैक्सीन के पहले चरण में सोमवार को जिले के सात केंद्रों में 369 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से 687 लोगों को बुलाया गया था। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि मैसेज के अलावा सबको फोन पर सूचित किया गया था।
रोहडू में सबसे अधिक 100 लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए बुलाया गया था लेकिन 90 लोग को लगाई गई। रिपन में 104 लोगों को बुलाया गया था लेकिन 43 ही वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे।
कुछ कर्मचारियों का बिगड़ा था स्वास्थ्य
जिले में कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद पहले दिन कुछ कर्मचारियों का स्वास्थ्य बिगड़ा था। इन्हें बुखार व बदन दर्द की शिकायत हुई। इनमें आइजीएमसी के डाक्टरों सहित अन्य कर्मचारी भी शामिल थे। दवा लेने के बाद इनके स्वास्थ्य में तुरंत सुधार हो गया। डाक्टरों का दावा है कि वैक्सीन लगाने के बाद कुछ घंटों तक हल्का दर्द व बुखार होना सामान्य बात है। इसमें घबराने की जरूरत नहीं है और वैक्सीन सुरक्षित है।
पहले दिन 111 को लगी थी कोरोना वैक्सीन
जिले में पहले दिन 300 स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए चयनित किया गया था। लेकिन सॉफ्टवेयर में दिक्कत के कारण जिन लोगों को सूची में शामिल किया गया था उन्हें मोबाइल फोन पर मैसेज नहीं आया। इस कारण कर्मचारियों की सूची में गड़बड़ी हुई और 111 लोगों को ही तीन सेंटरों में कोरोना वैक्सीन लगी। सोमवार को शेष बचे लोगों को भी वैक्सीन लगाई गई।
कहां कितने लोगों को लगी वैक्सीन
स्थान,बुलाए गए,पहुंचे
आइजीएमसी न्यू ओपीडी,89,38
आइजीएमसी कोविड अस्पताल,120,55
रिपन अस्पताल,104,43
रामपुर,73,42
कोटखाई,100,50
रोहडू,100,90
ठियोग,101,51
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जिले में 687 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए मोबाइल फोन पर मैसेज भेजे गए थे। इनमें 267 लोग वैक्सीन लगवाने पहुंचे थे।
-डा. सुरेखा चोपड़ा, सीएमओ शिमला
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आइजीएमसी में कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद कुछ कर्मचारियों को बुखार व बदन दर्द की शिकायत हुई थी। किसी को भी अस्पताल में दाखिल नहीं किया गया है। यह सामान्य बात है औरक इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
-रजनीश पठानिया, प्राचार्य, आइजीएमसी शिमला