एटीएम नंबर शुरू करने का झांसा देकर स्टैनोग्राफर से ठगे 71 हजार
राजधानी शिमला में ऑनलाइन ठगी करने वाला गिरोह फिर सक्रिय हो गया है।
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला में ऑनलाइन ठगी करने वाला गिरोह फिर सक्रिय हो गया है। ठग नए-नए तरीके ईजाद कर लोगों में अपने जाल में फंसा रहे हैं। प्रोफेशनल लोगों, डॉक्टर और अध्यापकों को झांसा देकर इनके अकाउंट से लाखों रुपये निकाले जा रहे हैं। शातिरों ने इस बार अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग में कार्यरत वरिष्ठ आशुलिपिक (स्टैनोग्राफर) को निशाना बनाया है। एसडीए काप्लेक्स में कार्यरत उग्रसेन ने इस संबंध में पुलिस में मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस को दी शिकायत में उग्रसेन ने बताया कि उसे फोन आया और व्यक्ति ने खुद को बैंक का प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि उसका एटीएम नंबर बंद हो गया है। इसे दोबारा शुरू करने के लिए एटीएम नंबर बताना होगा। एटीएम नंबर बनाने के कुछ ही देर बाद उसके बैंक अकाउंट से 71,608 रुपये निकाल दिए गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पिछले तीन दिन में ऑनलाइन ठगी का यह दूसरा मामला है। ये बरतें सावधानी
- डेबिट, क्रेडिट और एटीएम कार्ड किसी से शेयर न करें।
- खरीदारी के वक्त कार्ड अपने सामने स्वाइप करें। पिन खुद ही डालें, लिमिट्स को कम रखें, एसएमएस अलर्ट को चालू रखें।
- ट्रांजेक्शन गड़बड़ी पर बैंक को लिखित में शिकायत दें। इसमें किसी भी तरह की देरी न करें।
- स्टेटमेंट को हर तीन दिन में जांचें। नेट पर कार्ड के जरिए पेमेंट केवल वेबसाइट पर करें।
-अपने मोबाइल वॉलेट का चयन सावधानी से करें। नियम और शर्ते जरूर पढ़ें, इंटरनेट पर वॉलेट के कस्टमर रिव्यू पढ़ें।
- मोबाइल एप को सुरक्षित जगह से डाउनलोड करें, जैसे कि प्ले स्टोर। पुलिस ने दिए हैं ये निर्देश
ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में एफआइआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है। शातिर फोन पर उलझाकर क्रेडिट कार्ड, अकाउंट या यूपीआइ या ओटीपी की जानकारी हासिल कर अकाउंट से चंद मिनट में लाखों रुपये निकाल सकते हैं। ऐसे में ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। ऑनलाइन ठगी की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लोगों को जागरूक रहने को कहा जा रहा है।
- ओमापति जम्वाल, एसपी शिमला।