पंचकूला, करनाल के आढ़तियों ने लौटाए पैसे
आढ़तियों के हाथों धोखाधड़ी के शिकार हुए हिमाचल के बागवानों को
राज्य ब्यूरो, शिमला : आढ़तियों के हाथों धोखाधड़ी के शिकार हुए हिमाचल के बागवानों को क्राइम इंवेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (सीआइडी) लगातार राहत दे रहा है। आरोपित आढ़ती रोजाना प्रभावितों के बैंक खातों में डकारी गई धनराशि को जमा कर रहे हैं। सीआइडी की एसआइटी के प्रयास निरंतर रंग ला रहे हैं। अब पंचकूला, करनाल के आढ़तियों समेत कई आरोपितों से रिकवरी हुई है।
कृषि उपज मंडी समिति की महिला कर्मचारी की 2013 और 2015 की हड़पी हुई धनराशि में से एक लाख 70 हजार रुपये लौटा दिए हैं। किन्नौर के टापरी गांव के बलवंत नेगी को 2018 के सेब बिक्री के 70 हजार रुपये मिल गए हैं। इस केस में बाबा परशुराम फ्रूट कंपनी के मालिक पाले राम हैं। वह करनाल में आढ़त चलाता है। किन्नौर के बागवानों से रामपुर के रतनपुर में पांच लाख रुपये के सेब खरीदे थे। इनके दो साथी ताराचंद, सुशील कुमार रोहड़ू और बढ़ाल क्षेत्र के रहने वाले हैं। ये सेब खरीदने के बाद से ही फरार हैं। ये दिल्ली और उत्तराखंड में कारोबार कर रहे हैं। सीआइडी ने मुख्य आरोपित से पूछताछ की थी। बागवानों से भी बात करवाई थी। अब पैसे लौटाने आरंभ कर दिए है,। जबकि दो आरोपितों की एसआइटी को तलाश है। ये गिरफ्तार हो सकते हैं।
पंचकूला के आढ़ती ने कितने लौटाए
पंचकूला के आढ़ती हैप्पी को कोर्ट से जमानत नहीं मिल पाई थी। गिरफ्तरी से बचने के लिए अब इसने कई बागवानों के पैसे लौटाने आरंभ किए हैं। इनमें नूर चंद के 70 हजार, गंगाराम के 30 हजार, कुमत राम के 30 हजार, शाम सिंह के 35 हजार, बलेदव कापटा के 25 हजार, प्रताप सिंह के 30 हजार, डालमी राम के 30 हजार शामिल हैं।
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2018 में करनाल के पाले राम ने हमारे से रामपुर के रतनपुर में पांच लाख के सेब खरीदे। हमारा तीन लाख में सीआइडी ने केस सेटल करवाया। इसमें से 70 हजार रुपये खाते में जमा हो गए हैं। इसके लिए हम लोग एसआइटी के आभारी हैं।
-बलवंत नेगी, प्रभावित बागवान, टापरी, किन्नौर।
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प्रभावित बागवानों के अब रोजाना पैसे लौटाए जा रहे हैं। पंचकूला, करनाल के आढ़तियों ने भी हड़पी हुई धनराशि वापस करना शुरू कर दी है। जांच के बेहतर नतीजे आ रहे हैं।
-वीरेंद्र कालिया, एसपी सीआइडी एवं एसआइटी के मुखिया।