एमसीएच न्यूरोसर्जरी के लिए एमसीआइ ने किया निरीक्षण
इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) शिमला में सोमवार
जागरण संवाददाता, शिमला : इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) शिमला में सोमवार को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की टीम ने एमसीएच (मास्टर ऑफ सर्जरी) के न्यूरोसर्जरी विषय शुरू करने के लिए निरीक्षण किया। यह एक दिवसीय निरीक्षण था। इसमें जांचा गया कि कॉलेज में अगर न्यरोसर्जरी के लिए एमसीएच कोर्स शुरू करने के लिए क्या व्यवस्थाएं की गई हैं। साथ की कोर्स शुरू करने के लिए कॉलेज के पास पर्याप्त स्टाफ है या नहीं इसे लेकर भी जांच की गई।
अस्पताल के प्रधानाचार्य डॉ. रजनीश पठानिया ने बताया कि एमसीआइ की टीम ने सारी व्यवस्थाएं जांच ली हैं। इस दौरान सारी औपचारिकताएं पूरी पाई गई। उन्होंने बताया कि इससे पहले गेस्ट्रोएंटेरोलॉजी और यूरोलॉजी के लिए एमसीआइ का निरीक्षण हो चुका है। अस्पताल में जल्द डीएम (डॉक्ट्रेट ऑफ मेडिसिन) व एमसीएच (मास्टर ऑफ सर्जरी) में नए कोर्स शुरू होंगे। डीएम में गेस्ट्रोएंटेरोलॉजी और एमसीएच में यूरोलॉजी और न्यूरोसर्जरी के विषयों में स्पेशेलाइजेशन की जा सकेगी। कोर्स शुरू करने के लिए कॉलेज प्रशासन ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से स्वीकृति मांगी है।
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मरीजों को मिलेगी सुविधा
मौजूदा समय में केवल कार्डियोलॉजी विषय में डीएम और सीटीवीएस (कार्डियो वेस्कुलर सर्जरी) में एमसीएच करने की सुविधा है। एमबीबीएस और एमडी (मास्टर ऑफ ड्रग्स) या एमएस (मास्टर ऑफ सर्जरी) करने के बाद प्रशिक्षु डॉक्टरों को अन्य राज्यों का रुख करना पड़ता है। ऐसे में अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी खलती रहती है। डॉक्टरों की मांग और प्रदेश में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नए कोर्सिज शुरू करने का फैसला लिया गया है।