रिज पर नई टारिग पुरानी उखाड़ने के बाद, निगम को हिदायत
रिज के टैंक को किसी भी तरह के नुकसान से बचाने के लिए नई टारिग करने से पहले पुरानी उखाड़नी होगी।
जागरण संवाददाता, शिमला : रिज के टैंक को किसी भी तरह के नुकसान से बचाने के लिए नई टारिग करने से पहले पुरानी उखाड़नी होगी। टारिग के लगातार बढ़ रहे भार से टैंक को खतरा हो सकता है। रिज की टैंक में आई दरारों को लेकर सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएनएल) ने अपनी रिपोर्ट शिमला जल प्रबंधन निगम को सौंपी है। इसमें साफ है कि टैंक की दरारों पर भार बढ़ रहा है। इसे कम नहीं किया तो आने वाले समय में खतरा हो सकता है।
शनिवार को रिज पर पानी के टैंक की सफाई की गई। इस दौरान नगर निगम से लेकर शिमला जल प्रबंधन निगम के अधिकारियों ने टैंक की दीवार पर पड़ी दरारों को भी देखा। इसके बाद मेयर सत्या कौंडल सहित अधिकारियों ने दावा किया कि दरारें बढ़ी नहीं हैं, लेकिन दीवारों पर भार न पड़े, इसलिए टारिग करने से पहले पुरानी निकाली जाएगी। इन दरारों को ठीक करने के लिए शिमला जल प्रबंधन निगम दोबारा से टेंडर कर रहा है। एसजेवीएनएल की रिपोर्ट पर पंजाब इंजीनियरिग कॉलेज ने भी मुहर लगाई है। इसी आधार पर दरारों को भरे जाने का काम किया जाना है।
मेयर सत्या कौंडल ने कहा कि शहर के लोगों को साफ पानी मिले, इसलिए साल में दो बार टैंक की सफाई की जाती है। इसी कड़ी में शनिवार को सफाई करवाई गई। मेयर व डिप्टी मेयर सहित अधिकारियों ने भी की सफाई
रिज के नीचे बने पानी के टैंक की सफाई शहर की मेयर सत्या कौंडल, डिप्टी मेयर शैलेंद्र चौहान सहित निगम के अधिकारियों ने की। इस दौरान नगर निगम के शिमला जल प्रबंधन निगम के कर्मचारी सफाई में लगे रहे। देर शाम तक इस काम को पूरा किया जा सका। रिज को बचाने के लिए लिया फैसला
शिमला जल प्रबंधन निगम के प्रबंध निदेशक धर्मेद्र गिल ने बताया कि टैंक की सफाई की गई है। उन्होंने माना कि रिपोर्ट के मुताबिक रिज की टारिग से पहले पुरानी टारिग निकालनी होगी। इससे रिज के टैंक की दीवारों को लंबे समय तक बचाया जा सकता है।