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सीबीआइ ने भू अभिलेख निदेशालय से कब्जे में लिया रिकॉर्ड

सीबीआइ ने पटवारी भर्ती में हुए कथित गड़बड़झाले के संबंध में भू अभिलेख निदेशालस में दस्तक दी। निदेशालय से अहम रिकॉर्ड कब्जे में लिया गया है। सूत्रों के अनुसार जिलों से भी परीक्षा संबंधित रिकॉर्ड तलब किया गया है। अब प्रश्नपत्र सेट करने वाली कमेटी में शामिल अफसरों से पूछताछ होगी। यह पूछताछ जांच एजेंसी के भ्रष्टाचार विरोधी शाखा (एसीबी) कार्यालय शिमला में होगी। कब्जे में लिए दस्तावेजों की छंटनी होगी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Feb 2020 07:54 PM (IST)Updated: Thu, 13 Feb 2020 06:21 AM (IST)
सीबीआइ ने भू अभिलेख निदेशालय
से कब्जे में लिया रिकॉर्ड
सीबीआइ ने भू अभिलेख निदेशालय से कब्जे में लिया रिकॉर्ड

राज्य ब्यूरो, शिमला : सीबीआइ ने पटवारी भर्ती में हुए कथित गड़बड़झाले के संबंध में भू अभिलेख निदेशालय शिमला में दस्तक दी। सीबीआइ टीम ने निदेशालय से अहम रिकॉर्ड कब्जे में लिया है। सूत्रों के अनुसार जिलों से भी परीक्षा से संबंधित रिकॉर्ड मंगवाया गया है। अब प्रश्नपत्र सेट करने वाली कमेटी में शामिल अधिकारियों से पूछताछ होगी। यह पूछताछ जांच एजेंसी के भ्रष्टाचार विरोधी शाखा (एसीबी) कार्यालय शिमला में होगी।

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कब्जे में लिए दस्तावेजों की छंटनी की जाएगी। जांच एजेंसी की एक टीम के शिमला स्थित भू अभिलेख निदेशालय में दस्तक देने से वहां हड़कंप मच गया। जेबीटी परीक्षा के करीब 45 प्रश्न पटवारी भर्ती के पेपर में कैसे आए, इस बिदु पर जांच केंद्रित की गई है। अभी प्रारंभिक जांच हो रही है। अगर इसमें अनियमितताएं पाई गई तो सीबीआइ शिमला थाने में नियमित केस दर्ज करेगी।

प्रदेश हाईकोर्ट ने पटवारी भर्ती की परीक्षा में हुई कथित धांधलियों की जांच सीबीआइ को सौंपी है। आठ अप्रैल तक जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करनी होगी। हाईकोर्ट में दायर याचिका में याचिकाकर्ताओं का आरोप था कि परीक्षा केंद्रों में बदइंतजामी के कारण सैंकड़ों परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए। कई परीक्षार्थियों को गलत परीक्षा केंद्र देने, दो-दो परीक्षार्थियों को एक ही रोल नंबर देने, प्रश्नपत्र बांटने में देरी जैसी घटनाएं होने से परीक्षा में बड़े स्तर पर गड़बड़ियां होने के आरोप लगे हैं। पटवारी भर्ती 1194 पदों पर होनी थी।

पटवारी भर्ती परीक्षा पिछले साल 17 नंवबर को हुई थी। यह परीक्षा करीब पौने तीन लाख अभ्यर्थियों ने दी थी। परीक्षा में 150 प्रश्न पूछे गए थे। परीक्षा के दिन पहले प्रश्न पत्र बांटने में देर हुई और बाद में प्रश्नपत्र पर भी सवाल उठे थे। कांगड़ा जिला के धीरा परीक्षा केंद्र के एक कमरे में प्रश्नपत्र देर से मिलने पर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया था। वहां करीब 100 अभ्यर्थी परीक्षा नहीं दे पाए थे। कुछ अभ्यर्थी ओएमआर शीट लेकर बाहर निकले और नारेबाजी की थी। कई अभ्यर्थियों ने आंसर शीट फाड़ दी थी। कांगड़ा के अलावा हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी जिले के केंद्रों से भी शिकायतें आई थीं। अभ्यर्थियों ने प्रश्नपत्र पर भी सवाल उठाए थे।


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