साइबर क्राइम की एक महीने में 200 शिकायतें
प्रदेश में साइबर क्राइम के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले साल पंद्रह सौ शिकायतें आई थीं। जबकि इस वर्ष एक महीने के अंदर ही दो सौ शिकायतें आ गई हैं।
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल में साइबर क्राइम के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले साल साइबर क्राइम की 1500 शिकायतें आई थीं जबकि इस वर्ष एक महीने के अंदर ही 200 शिकायतें आ गई हैं। इनमें से 80 शिकायतें वित्तीय फर्जीवाड़े से संबंधित हैं और बाकी सोशल मीडिया के जरिए धोखाधड़ी से जुड़ी हैं।
वर्ष 2019 में सीआइडी के साइबर सेल ने 10 एफआइआर दर्ज की थीं। इन मामलों की गहनता से जांच हो रही है। वित्तीय फर्जीवाड़े के मामलों में से एक साल के अंदर साइबर सेल ने 19 लाख 30,298 रुपये शिकायतकर्ताओं को वापस लौटाए हैं। इन मामलों में शिकायतें ठगी होने के 24 घंटों के अंदर दर्ज करवाई गई थीं। इनमें पूर्व अभियोजन निदेशक से हुई ठगी मामले में वापस लौटाए गए डेढ़ लाख रुपये भी शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार अब सीआइडी का साइबर सेल बैंकों की नियामक संस्था को पत्र लिखेगा। आरबीआइ व नेशनल पेमेंट कंट्रोल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआइ) से आग्रह किया जाएगा ताकि ऑनलाइन बैंकिग और ई-वॉलेट पर बिना केवाईसी (अपने ग्राहक को जानिये) के चल रहे खातों को बंद करवाया जा सके। सीआइडी का मानना है कि ऐसे खाते ठगी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं। ठग अन्य राज्यों से हिमाचल के लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इन खातों में छोटी-छोटी मात्रा में काफी लेन-देन किया जा रहा है। हिमाचल में सक्रिय ठग अन्य राज्यों से नेटवर्क चला रहे हैं। वे महानगरों में बैठे- बैठे यहां के लोगों के साथ लाखों की धोखाधड़ी कर रहे हैं। इस संबंध में सीआइडी देशभर के राज्यों के पुलिस प्रमुखों को पत्र लिख चुकी है। इसके अलावा बैकों को एडवायजरी जारी की गई है।
---------- सीआइडी के पास जो भी शिकायतें आती हैं, उनकी बारीकी से जांच की जाती है। चाहे वित्तीय फर्जीवाड़े से संबंधित हों अथवा सोशल मीडिया के जरिए धोखाधड़ी की, पिछले साल 1500 शिकायतें आई थीं। इस साल भी शिकायतों का क्रम जारी है। साइबर क्राइम की दक्ष टीमें इन शिकायतों की छानबीन कर रही हैं।
ज्ञानेश्वर सिंह ठाकुर, आइजी, सीआइडी (क्राइम)