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हिमाचल में 1995 किलो खिचड़ी पका बना विश्व रिकॉर्ड

हिमाचल में 1995 किलो खिचड़ी का विश्व रिकॉर्ड बना। इसे गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉडर्स में दर्ज किया गया है। यादवेन्द्र शर्मा तत्तापानी (मंडी) मकर संक्रांति के पावन अवसर पर मंडी जिला के प्रसिद्ध तीर्थस्थल

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Jan 2020 06:54 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 06:54 PM (IST)
हिमाचल में 1995 किलो खिचड़ी पका बना विश्व रिकॉर्ड
हिमाचल में 1995 किलो खिचड़ी पका बना विश्व रिकॉर्ड

--------- यादवेन्द्र शर्मा, तत्तापानी (मंडी)

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मकर संक्रांति पर मंडी जिला के प्रसिद्ध तीर्थस्थल तत्तापानी में 1995 किलोग्राम खिचड़ी पकाकर हिमाचल ने गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉ‌र्ड्स में नाम दर्ज करवा लिया है। गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉ‌र्ड्स के प्रतिनिधि ऋषिनाथ ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को तत्तापानी में यह रिकॉर्ड बनने पर प्रमाणपत्र सौंपा।

उन्होंने घोषणा की कि पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग ने एक ही बर्तन में 1995 किलो खिचड़ी पकाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। हजारों लोग रिकॉर्ड के गवाह बने। यह खिचड़ी 20 हजार से अधिक लोगों में वितरित की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अभी तक तत्तापानी में खिचड़ी बिना तोले पकाई व खाई जाती थी। इस बार तोल कर खिचड़ी पकाई गई, जो विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हुई। अभी विश्व रिकॉर्ड बनने का अस्थायी प्रमाणपत्र दिया गया है। दो महीने बाद स्थायी प्रमाणपत्र मिलेगा। तत्तापानी को विश्व मानचित्र पर उभारा जाएगा। यहां वाटर स्पो‌र्ट्स सहित अन्य गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। -निदेशक पर्यटन और नागरिक उड्डयन युनूस ने कहा कि खिचड़ी बनाने के इस प्रयास का उद्देश्य तत्तापानी को विश्व पर्यटन के मानचित्र पर लाना था।

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नए कारीगर ने बनाया बर्तन

खिचड़ी पकाने के व‌र्ल्ड रिकॉर्ड के प्रयास पर सात जनवरी को पानी फिरने लगा था जब जगाधरी में बर्तन बनाने वाले ने काम बीच में रोक बर्तन बनाने से इंकार कर दिया था। इसके बाद बर्तन बनाने का जिम्मा दूसरे कारीगर को दिया गया। उसने यह बर्तन तैयार किया जिसे पिकअप जीप में तत्तापानी लाया गया। यह पतीला कई धातुओं से बना है।

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एक महीने से हो रहा था प्रयास

प्रदेश शेफ एसोसिएशन के अध्यक्ष नंदलाल शर्मा ने बताया कि खिचड़ी बनाने के रिकॉर्ड के लिए वह एक महीने से प्रयासरत थे। वह दो दिन से तत्तापानी में रुके थे। भारी बारिश के बावजूद खिचड़ी पकाने की प्रक्रिया पूरी की गई। खिचड़ी न जले, इसके लिए लोहे की बड़ी प्लेट बर्तन के नीचे रखी गई। इसमें कुंडे भी लगाए गए जिससे इसे क्रेन से आसानी से उठाया जा सके।

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2017 में बना रिकॉर्ड तोड़ा

तत्तापानी में वर्ष 2017 में बना रिकॉर्ड टूटा। गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉ‌र्ड्स के प्रतिनिधि ऋषिनाथ ने बताया कि इससे पहले खिचड़ी पकाने का विश्व रिकॉर्ड नवंबर 2017 में नई दिल्ली में बना था। देश के जाने-माने शेफ संजीव कपूर और भारत सरकार के नाम 918.8 किलोग्राम खिचड़ी पकाने का रिकॉर्ड था।

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सबसे अधिक परोसी खिचड़ी

पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा तत्तापानी में बनाई गई खिचड़ी गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉ‌र्ड्स में अब तक सबसे अधिक परोसी जाने वाली खिचड़ी के रूप में दर्ज की गई है। विभाग ने 1000 किलो से अधिक के बड़े अंतर के साथ रिकॉर्ड तोड़ा है।

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93 साल से दुर्गा देवी ट्रस्ट खिला रहा खिचड़ी

दुर्गा देवी बिहारी लाल ट्रस्ट के अध्यक्ष रमेश सूद ने बताया कि उनकी सास दुर्गा देवी ने 93 वर्ष पूर्व मकर संक्राति पर तत्तापानी में खिचड़ी खिलाने की शुरुआत की थी, जो लगातार चली आ रही है। हर साल करीब तीन हजार लोगों को ट्रस्ट की ओर से खिचड़ी खिलाई जाती है।


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