चार साल में 50 हजार युवाओं को मिलेगा औद्योगिक कौशल
उद्योग एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम सिंह ने सोमवार को सिगापुर में तकनीकी शिक्षण संस्थान सिगापुर द्वारा आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया।
राज्य ब्यूरो, शिमला : उद्योग एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम ठाकुर ने सोमवार को सिगापुर में तकनीकी शिक्षण संस्थान में पांच दिवसीय कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया। कार्यशाला 21 नवंबर तक चलेगी। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि किसी भी देश की आर्थिक समृद्धि के लिए उसके मानव संसाधन का विकास होना जरूरी है। इसके लिए युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। आधुनिकीकरण के दौर में योग्यता के साथ तकनीकी प्रशिक्षण को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि चार वर्ष में हिमाचल में 50 हजार युवाओं को औद्योगिक उन्मुख कौशल प्रदान किया जाएगा। इसी प्रकार विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों के 12 हजार छात्रों को रोजगारोन्मुख कौशल प्रदान किया जाएगा। 12 राजकीय महाविद्यालयों में तीन वर्षीय वोकेशनल स्नातक डिग्री कार्यक्रम शुरू किया है। स्नातक एड-ऑन कार्यक्रम के तहत स्नातक डिग्री कर रहे अंतिम वर्ष के 7500 विद्यार्थियों को लघु अवधि के प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। युवाओं के विकास के लिए चलाई जा रही परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम एक एजेंसी है।
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी कार्यक्रम 'स्किल इंडिया' और 'मेक इन इंडिया' बेहद सफल रहे हैं। स्किल इंडिया की इस यात्रा में शामिल होना गर्व की बात है। सरकार कौशल विकास निगम के माध्यम से इस दिशा में सतत प्रयास कर रहा है। प्रदेश के 50 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को स्तरोन्नत किया जा रहा है। सात ग्रामीण और छह शहरी आजीविका केंद्रों के माध्यम से राज्य के आठ हजार युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव (तकनीकी शिक्षा) निशा सिंह, हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर सहित प्रतिनिधिमंडल के सदस्य उपस्थित थे।