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अब फोन पर दर्ज शिकायत का भी समाधान संभव

सरकार ने लोगों को दफ्तरों के चक्कर काटने से बचाने के लिए ऑन लाइन शिकायत करने के लिए ई-समाधान का प्रावधान किया था।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Sep 2019 04:35 PM (IST)Updated: Sun, 22 Sep 2019 04:35 PM (IST)
अब फोन पर दर्ज शिकायत का भी समाधान संभव
अब फोन पर दर्ज शिकायत का भी समाधान संभव

सरकार ने लोगों को दफ्तरों के चक्कर काटने से बचाने के लिए ऑनलाइन शिकायत करने के लिए ई-समाधान का प्रावधान किया था। प्रदेश में हर जगह कंप्यूटर उपलब्ध नहीं हो सकता और न ही सब लोग शिकायत पत्र लिख सकते हैं। सरकार ने ऐसी सभी समस्याओं को मद्देनजर रख शिकायत करने का आसान तरीका निकाला। कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल फोन से शिकायत दर्ज करवा सकता है। पांच दिन पहले शुरू हुई मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन पर लोग सरलता से समस्याएं रखने में सफल हुए हैं। अब एक फोन पर शिकायत दर्ज होने लगी है और समाधान संभव होगा। मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन में शिकायत करने की प्रक्रिया और उनका समाधान किस प्रकार सुनिश्ििचत होगा, इसके बारे में राज्य सूचना प्रोद्योगिकी विभाग के निदेशक रोहन चंद ठाकुर से 'दैनिक जागरण' ने विशेष बातचीत की। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश।

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लोग तुरंत शिकायतें कर रहे हैं, क्या उन शिकायतों का समाधान निकालना शुरू हुआ?

लोगों से पांच दिन के भीतर 20 हजार से अधिक शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं। यह तुरंत संबंधित विभाग को समाधान करने के लिए पहुंच जाती हैं। उसके बाद विभागों को तत्परता दिखानी पड़ेगी, ताकि शिकायतकर्ता को संतुष्ट किया जाए। अभी तक 628 शिकायतों का समाधान कर संबंधित व्यक्ति को अवगत करवा दिया गया है। अधिकारियों की बहानेबाजी पर कैसे लगाम लगाएंगे?

हां, यह सबसे चुनौतीपूर्ण है। शिकायत संबंधित अधिकारी के पास पहुंच गई तो उक्त अधिकारी को उसका निवारण करना है। यदि वह ऐसा नहीं करते हैं उन्हें ठोस कारण देना होगा। समय नहीं मिला, स्टॉफ कम है या अन्य जो भी कारण रहेगा, उसका तर्कसंगत लिखित में जवाब देना पड़ेगा। क्या समस्या का हल करने में देरी के लिए जिम्मेदारी तय होगी?

मैं मानता हूं कि दूसरे चरण में शिकायत नहीं पहुंचनी चाहिए। क्योंकि अधिकांश शिकायतें निचले स्तर पर सुलझने वाली होती हैं। इसके लिए सरकारी विभागों के पास पर्याप्त मशीनरी और कर्मचारी-अधिकारी होते हैं। विभागीय स्तर पर सख्त मॉनिटरिग करनी पड़ेगी। इसके साथ अधिकारियों की जवाबदेही तय करना पड़ेगी। मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व विभागाध्यक्ष शिकायतों की स्थिति कैसे देखेंगे?

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का लॉगइन बना हुआ है। इसे ऑपरेट करने के लिए पासवर्ड दिया है। वह हर स्तर पर शिकायतों व उनके हो रहे समाधान को देख सकते हैं। इसी तरह से मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी सरकार के किसी भी विभाग से जुड़ी शिकायतों की स्थिति का अवलोकन कर सकते हैं। हर विभागाध्यक्ष नोडल अधिकारी के कार्यकलापों को देखने के साथ निचले स्तर पर कौन क्या कर रहा है, उसे भी देख सकते हैं। अब तक मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन पर कितनी फोन कॉल्स आई?

पहले पांच दिन में मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन पर 20298 लोगों ने फोन कॉल्स की। उनके आधार पर 5792 शिकायतें दर्ज हुई। इनमें से 628 शिकायतों का समाधान किया जा चुका है। 1496 फोन कॉल्स ऐसी थी, जिनमें लोगों ने कोई मांगें रखी। कई लोगों ने तो नौकरी संबंधी मांग रखी। किस विभाग से संबंधित शिकायतें ज्यादा प्राप्त हो रही हैं?

सरकारी विभागों में शिकायतों के मामले में लोक निर्माण विभाग सबसे ऊपर है। लोगों ने अधिकतर सड़कों की खस्ता हालत की शिकायतें की हैं। चाहे शहरों की सड़कें हो या ग्रामीण क्षेत्रों की। दूसरे सरकारी विभागों से जुड़ी शिकायतें अभी तक सैकड़ों में है। ---------------

विभाग,कुल प्राप्त शिकायतें

लोक निर्माण विभाग,1060

ग्रामीण विकास विभाग,830

सिचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग,716

राजस्व विभाग,490

पुलिस,273

वन विभाग,157

स्वास्थ्य विभाग,150

राज्य परिवहन निगम,147

कृषि विभाग,93

नगर निगम शिमला,69

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जिला,कुल प्राप्त शिकायतें

कांगड़ा,1306

मंडी,1039

शिमला,786

बिलासपुर,530

सोलन,450

ऊना,413

हमीरपुर,385

सिरमौर,360

चंबा,280

कुल्लू,254

किन्नौर,35

लाहुल-स्पीति,3 प्रकाश भारद्वाज, शिमला


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