आयुष्मान योजना की वेबसाइट ठप, लोग परेशान; सुनने वाला कोई नहीं
हिमाचल में आयुष्मान भारत योजना की वेबसाइट सोमवार को ठप हो गई जिससे मरीजों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
शिमला, जेएनएन। आयुष्मान भारत योजना की वेबसाइट सोमवार को ठप हो गई। इस कारण मरीजों के कार्ड सत्यापित नहीं हो पाए। प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) शिमला में मरीजों व तीमारदारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस कारण प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे मरीजों व तीमारदारों को परेशानी झेलनी पड़ी। कार्ड का लाभ लेने के लिए सुबह 11 से शाम चार बजे तक लोग लाइनों में खड़े रहे। लेकिन वेबसाइट के न चलने के कारण मरीज कार्ड का इस्तेमाल नहीं करवा पाए। कार्ड के सहारे अधिकतर मरीज मर्ज लेकर अस्पताल पहुंचते हैं ताकि उन्हें सरकार की ओर से जारी की गई स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।
वहीं लाइन में खड़े लोगों के पूछने पर कार्ड सत्यापन करने वाले अधिकारियों ने पल्ला झाड़ते हुए वेबसाइट न चलने का हवाला दिया। अस्पताल प्रशासन की ओर से पर्ची काउंटर के समीप कार्ड सत्यापन करवाने के लिए कक्ष बनाया गया है ताकि मरीज ने मौजूदा समय से पहले कार्ड कितनी बार इस्तेमाल किया है और उसमें कितना बैलेंस बाकी है। साथ ही कार्ड से संबंधित दस्तावेज चेक किए जाते हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत हर कार्ड धारक को करीब पांच लाख रुपये तक का उपचार मुफ्त किया जाता है।
सुनने वाला कोई नहीं
मरीज श्याम प्यारी के साथ आए बिलासपुर के रामलोक ने बताया कि सुबह 11 बजे से कार्ड का इस्तेमाल करने के लिए लाइनों में खड़ा था। मरीज का पथरी का ऑपरेशन होना है, कार्ड नहीं चलेगा तो इलाज कैसे होगा। अधिकारी वेबसाइट न चलने का बहाना देकर कक्ष में आराम कर रहे हैं। सुनने वाला कोई नहीं है।
कार्ड न चलने से नहीं हुई एंजियोग्राफी
मंडी से चाचा का इलाज करवाने आए तीमारदार वीर सिंह ने बताया कि उनका मरीज अस्पताल में 10 दिन से दाखिल है। डॉक्टर ने एंजियोग्राफी करवाने को कहा है। साथ में दवाएं लिखी हैं। अब आयुष्मान कार्ड न चलने से परेशानी हो रही है। हालांकि हिमकेयर योजना का कार्ड चल रहा है, लेकिन उससे परेशानी का हल नहीं हुआ।
डॉक्टर ने कहा, कार्ड रजिस्टर करवाकर आओ करसोग से इलाज करवाने आए मरीज रूपराम ने बताया कि लंबी लाइन में खड़े होने के बाद कार्ड सत्यापन नहीं हुआ है। डॉक्टर ने दवा लिखने से पहले कहा कि आयुष्मान भारत का कार्ड सत्यापन करके आओ। इतनी दूर से आने का कोई फायदा नहीं हुआ। कार्ड सत्यापित न होने से दवाएं नहीं मिली नाहन के बचन सिंह ने बताया कि कार्ड के न चलने से दवाएं नहीं मिली। मेरी पत्नी किडनी से संबंधित बीमारी से ग्रस्ति है। घर जाने के लिए किराये लायक भी पैसे नहीं हैं।
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