हिमाचल में बारिश और हिमपात की संभावना, आरेंज और यलो अलर्ट जारी Shimla News
मौसम विभाग के अनुसार आज हिमाचल में आरेंज और यलो अलर्ट की संभावना है रविवार को भूस्खलन से मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग डेढ़ घंटा बंद रहा।
शिमला/मनाली, जेएनएन। मौसम विभाग ने सोमवार को पूरे प्रदेश में बारिश होने की संभावना है। अधिकतम ऊंचाई वाले स्थानों में हलका हिमपात हो सकता है। मौसम विभाग ने सोमवार को आरेंज और मंगलवार को यलो अलर्ट जारी किया है। रविवार को मंडी जिले के पंडोह डैम के पास भूस्खलन से मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग डेढ़ घंटा बंद रहा। उधर, मनाली में नाले में हाथ-मुंह धोने गया व्यक्ति बह गया। कांगड़ा जिले के इंदौरा में पुलिया बहने से सैकड़ों लोगों की आवादजाही बंद हो गई।
पर्यटन नगरी मनाली के साथ बहते मनालसु नाले में रविवार को पानी के तेज बहाव में एक व्यक्ति बह गया। जिस जगह से व्यक्ति बहा, वहां से पांच सौ मीटर की दूरी पर नाला ब्यास नदी में मिल जाता है। डीएसपी मनाली शेर सिंह के अनुसार मनाली गांव का 44 वर्षीय मीने राम पुत्र मान दास कपड़े खोलकर मनालसु नाले की ओर गया। वह हाथ मुंह धो रहा था कि फिसलकर पानी की तेज धारा में बह गया। पुलिस उसकी
तलाश कर रही है।
जिला मंडी में पंडोह डैम के पास दोपहर बाद मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन होने से करीब डेढ़ घंटा यातायात बाधित रहा। तेज बारिश होने से सड़क पर मलबा गिरने लगा, जिससे यातायात ठप हो
गया। रविवार को नाहन में सर्वाधिक 49.2 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। चंबा में सबसे कम 12 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग के निदेशक मनमोहर्न ंसह का कहना है कि मानसून की सक्रियता धीमी भले है,
लेकिन आने वाले दिनों में यह पूरी रफ्तार पकड़ लेगा। प्रदेश के छह जिलों में ही अभी अपेक्षानुरूप बादल बरसे हैं। बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना सहित केलंग और कल्पा में बहुत कम बारिश दर्ज की गई है। मौसम
विभाग के अनुसार मानसून के अभी अधिक सक्रिय होने की उम्मीद है
क्या है आरेंज अलर्ट
जैसे-जैसे मौसम खराब होता जाता है, वैसे ही यलो अलर्ट को अपडेट कर आरेंज अलर्ट जारी किया जाता है। इसके तहत चेतावनी जारी की जाती है कि चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की संभावना है। इससे सड़क व वायु परिवहन को नुकसान पहुंचने के साथ-साथ जानमाल की क्षति हो सकती है।
क्या है यलो अलर्ट
यलो अलर्ट जारी करने का मतलब होता है लोग खतरे के प्रति सचेत रहें। इस प्रकार की चेतवानी में 7.5
से 15 मिमी तक की बारिश होती है जो एक या दो घंटे तक जारी रहने की संभावना होती है। इससे बाढ़ आने की संभावना रहती है।