Monsoon In Himachal मानसूनी फुहारों से गर्मी शांत, जल्द ही पूरे हिमाचल में पहुंच जाएगा मानसून
Monsoon In Himachal हिमाचल में हुई झमाझम बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है पांच जुलाई को मानसून के पूरे प्रदेश में पहुंचने की संभावना है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल में वीरवार को मानसून झूम कर बरसा। प्रदेश के आधे हिस्से में झमाझम बारिश हुई। सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में सबसे अधिक 41 मिलीमीटर बारिश हुई। मानसूनी फुहारों से लोगों को गर्मी से राहत मिली। प्रदेश में अधिकतम तापमान में पांच से छह डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार पांच जुलाई को मानसून के पूरे प्रदेश में पहुंचने की संभावना है।
वीरवार को हुई मानसून की बारिश से कुछ क्षेत्रों में नुकसान भी झेलना पड़ा। सोलन जिले में परवाणू-शिमला निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहाड़ी से पत्थर गिरने से बस में सवार यात्री घायल हो गया। पत्थर बस के फ्रंट शीशे को तोड़कर अंदर जा गिरा। सोलन में घरों में जलभराव के अलावा चंबाघाट के निकट पशुशाला में पानी भरने से दो गायें मर गईं।
चंबाघाट में ही एक मकान गिर गया। घर में रह रहे लोगों ने भागकर जान बचाई। सिरमौर जिले में पांवटा साहिब-कालाअंब एनएच-सात बोहलियों में नाले के उफान के कारण दो घंटे बाधित रहा। इससे देहरादून व पांवटा साहिब से नाहन, कालाअंब, अंबाला व चंडीगढ़ की ओर जाने वाले यात्रियों को परेशान होना पड़ा। नाले के तेज बहाव में एक जेसीबी भी बह गई। चंबा जिले के चुवाड़ी में कालीघार में भूस्खलन होने से कार खाई में गिर गई। गाड़ी में चालक ही सवार था, जो खतरे को भांपते हुए उतर गया था। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इन दिनों बारिश धान व चारा फसलों के लिए फायदेमंद है। मक्की सहित अन्य सब्जियों के पौधों के लिए बारिश अमृत बनकर बरसी है।
सेब के लिए फायदेमंद
बागवानी विभाग के अनुसार वीरवार को हुई बारिश सेब के लिए फायदेमंद साबित होगी। कई क्षेत्रों में बारिश की कमी के कारण सेब की फसल को नुकसान हो रहा था। अब सेब का आकार बनने में मदद मिलेगी। छह से आठ तक भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने प्रदेश में छह से आठ जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार इस अवधि में प्रदेश के मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश
कांगड़ा एयरपोर्ट पर बाधित रही हवाई सेवाएं
मानसून की पहली बारिश का असर हवाई सेवाओं पर भी पड़ा है। कांगड़ा एयरपोर्ट के निदेशक किशोर कुमार शर्मा व सहप्रभारी राजीव मिश्रा ने बताया कि स्पाइस जेट का विमान जयपुर से एयरपोर्ट तो पहुंचा लेकिन खराब मौसम के कारण उतर नहीं सका। उन्होंने बताया कि बाद में विमान की लैंडिंग अमृतसर हवाई अड्डे पर हुई। इसके अलावा एयर इंडिया का विमान भी आसमान में चक्कर लगाकर दिल्ली लौट गया। पवन हंस कंपनी के प्रभारी अभिलाष कुमार ने बताया कि हेलीटैक्सी खराब मौसम के कारण शिमला से गगल नहीं आ सकी। कांगड़ा हवाई अड्डे पर प्रतिदिन आने वाली पांचों हवाई सेवाएं बाधित रहीं। इस समय स्पाइजेट के तीन व एयर इंडिया के दो विमान कांगड़ा एयरपोर्ट आते हैं। विमानों की लैंडिंग न होने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।