कुत्ते के काटने से रेबीज होने पर महिला की मौत
पालतू कुत्ते के काटने से रेबीज होने पर एक महिला की रविवार रात आइजीएमसी में मात हो गई। महिला को करीब ढाइै महीने पहले कुत्ते ने काटा था।
जागरण संवाददाता, शिमला : पालतू कुत्ते के काटने से रेबीज होने पर एक महिला की रविवार रात इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) शिमला में मौत हो गई।
मंडी जिले की औट तहसील के थलोट डाकघर के तहत चटौगी गांव की निवासी गायत्री देवी (37) को जोनल अस्पताल मंडी से आइजीएमसी शिमला रेफर किया गया था। उन्हें रेबीज होने की पुष्टि मंडी में ही हो गई थी। गायत्री के बेटे अनिल कुमार ने बताया कि करीब दो-ढाई महीने पहले पालतू कुत्ते ने मां को काटा था। उस समय उन्हें एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं लगवा पाए थे। पिछले शनिवार को जब महिला पानी से डरने लगी तो परिजन उसे नगवाई स्थित डिस्पेंसरी में ले गए। वहां से उन्हें मंडी अस्पताल रेफर कर दिया गया। चार बेटों की मां गायत्री देवी के पति हेम सिंह लोक निर्माण विभाग में कार्यरत हैं। सोमवार दोपहर बाद गायत्री देवी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। नहीं है रेबीज का इलाज
कुत्ते या बंदर के काटने के तुरंत बाद एंटी रेबीज वेक्सीन (एआरवी) के इंजेक्शन लगवाने चाहिए। एक बार रेबीज हो जाए तो उसका इलाज नहीं है।
डॉ. जितेंद्र कुमार, प्रोफेसर, मेडिसन विभाग, आइजीएमसी