1400 तिब्बती शरणार्थी चुनेंगे हिमाचल सरकार
देश में सिर्फ 40 शरणार्थियों ने भारतीय नागरिकता ली है और अब दोहरी नागरिकता हासिल कर चुके हैं।
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल में चुनावी बिगुल बजने से पूर्व ही 1400 तिब्बती शरणार्थी प्रदेश सरकार चुनने के लिए तैयार हैं। वर्ष 2015-16 में निर्वासित तिब्बत सरकार चुनने वाले इन तिब्बती शरणार्थियों में से 1360 ऐसे हैं जो बिना भारतीय नागरिकता के ही सरकार चुनेंगे। देश में सिर्फ 40 शरणार्थियों ने भारतीय नागरिकता ली है और अब दोहरी नागरिकता हासिल कर चुके हैं। हालांकि भारतीय संविधान में दोहरी नागरिकता का कोई प्रावधान नहीं है।
भारत सरकार से मतदान का अधिकार हासिल करने के साथ तिब्बती शरणार्थी का दर्जा भी लिए हुए हैं। भारतीय निर्वाचन आयोग ने इन्हें जो मतदाता पहचान पत्र जारी किए हैं, उनमें कुछ भी अलग तरह का पहचान पत्र नहीं है। आम भारतीय मतदाताओं के समान इन्हें पहचान पत्र जारी किया गया है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार वर्ष 1959 से लेकर 1985 तक भारत में पैदा होने वालों को मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने का अधिकार है। इसके साथ ही वे भारतीय नागरिकता भी हासिल कर सकते हैं जिसके लिए कुछ शर्तें निर्धारित की गई हैं। इस वर्ष करीब 360 तिब्बती शरणार्थियों ने मतदाता सूची में नाम शामिल करवा कर मतदाता पहचान पत्र बनवाए हैं। भारतीय संविधान के तहत मतदाता व भारतीय नागरिकता का अधिकार हासिल करने वाले तिब्बती शरणार्थियों में से मात्र छह ने अपने शरणार्थी अधिकारों को छोड़ा है जबकि बाकी सभी उन अधिकारों का प्रयोग कर रहे हैं। तिब्बतियों को वोट के अधिकार के साथ शरणार्थी सुविधाएं भी मिल रही हैं।
मतदाता सूची में तिब्बती समुदाय के लोगों के भी नाम शामिल हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में वोट डालने के लिए तिब्बती समुदाय के लोगों के भी नाम मतदाता सूची में शामिल किए गए हैं। इन्हें नियमों के अनुसार वोट का अधिकार देने केलिए मतदाता सूची में शामिल किया गया है।
-डीके रत्न, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन
अधिकारी, हिमाचल प्रदेश
तिब्बत के 40 लोगों ने ली भारतीय नागरिकता
तिब्बत के 40 लोगों ने भारतीय नागरिकता ली है। इसमें से छह लोगों ने शरणार्थी लाभ छोडऩे के लिए पत्र लिखा है। करीब 1400 तिब्बती हिमाचल प्रदेश निर्वाचन विभाग की मतदाता सूची में शामिल हैं।
-तेंजिन नोर्बू, तिब्बती कल्याण
अधिकारी केंद्रीय तिब्बत प्रशासन
निर्वासित तिब्बत सरकार ने दी भारतीय
नागरिकता को मंजूरी मैक्लोडगंज (धर्मशाला) में निर्वासित तिब्बत सरकार ने अपने नागरिकों को भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए तंजूरी प्रदान की है। 26 अप्रैल 2017 को धर्मशाला में हुई तिब्बत सरकार की कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि कोई तिब्बती भारतीय नागरिकता लेता है तो उसमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन केंद्रीय तिब्बत प्रशासन ने अपने नागरिकों को अनापत्ति प्रमाणपत्र देने से इन्कार कर दिया है। हालांकि भारतीय नागरिकता लेने के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र जरूरी नहीं है।
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