सरकार को 10 में से 8.6 अंक
बैठक में सभी विभागों से 100 दिनों के लक्ष्य निर्धारण को लेकर 640 सुझाव आए जिनमें से 550 सुझावों को स्वीकार कर लिया गया।
शिमला, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने मंत्रियों की पीठ थपथपाई है। उन्होंने अफसरशाही को भी शाबाशी दी। सरकार के 100 दिन का कार्यकाल पूरा होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल टीम भावना के साथ कार्य करता है। सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों में से 86 फीसद कार्यों को पूरा किया गया है। उन्होंने सरकार को अब तक के प्रदर्शन के लिए 10 से से 8.6 अंक दिए। हालांकि उन्होंने कहा कि सौ दिनों में किसी भी सरकार के कार्यों को नहीं आंका जा सकता है।
बकौल जयराम, सत्ता बदलाव के बाद मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। बैठक में सभी विभागों से 100 दिनों के लक्ष्य निर्धारण को लेकर 640 सुझाव आए जिनमें से 550 सुझावों को स्वीकार कर लिया गया। इनमें से 100 दिनों के भीतर सभी तरह के 472 सुझावों पर आधारित लक्ष्य पूरे किए गए। मंत्रियों के बीच विश्वास का माहौल है। उनमें पूर्व कांग्रेस सरकार की तरह अविश्वास नहीं है। मंत्रिमंडल की बैठक में जो अंदर होता है, वही बाहर आता है। इसमें कोई फर्क नहीं आता है। सरकार ने छोटे से कार्यकाल में 30 नई पहल की हैं। इतनी बड़ी योजनाएं बजट में पहली बार पेश कर उनके लिए बजट का प्रावधान रखा गया है। उन्होंने नौकरशाही के योगदान की भी तारीफ की।
कार्यकर्ताओं के हितों की नहीं होगी अनदेखी: जयराम
ठाकुर ने कहा कि सरकार भाजपा कार्यकर्ताओं की उम्मीदों पर खरा उतरी है। जो भी सुझाव दिए गए, उन्हें पूरा करने की कोशिश हुई है। कार्यकर्ताओं के हितों की अनदेखी नहीं होगी। कार्यकर्ताओं में भी 100 दिनों के कामकाज को लेकर संतोष है।
लक्ष्य निर्धारण बिना मंजिल नहीं मिलती
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार 'वाइब्रेंट' दिखना चाहती है। बिना लक्ष्य निर्धारण के कोई भी सरकार मंजिल हासिल नहीं कर सकती है। ई योजनाओं को कैसे लागू करना है, इसका फ्रेमवर्क बनाया जाएगा और इसके व्यावहारिक पक्ष को भी देखा जाएगा। तीन महीने का समय मूल्यांकन के लिए काफी नहीं होता है। इस बीच दो विधानसभा सत्र भी आए। बजट सत्र में सभी मंत्रियों ने चर्चाओं का तथ्यों पर आधारित जवाब दिया। इस कार्यकाल में कई नई पहल की है।