क्वारंटाइन किए युवाओं ने संवारा जनजातीय छात्रावास परिसर
उपमंडल के संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र द्रंग भटोग में ठहरे मुंबई से आए 11 युवा कोरोना संकट में ऐसे लोगों के लिए जागरूकता की मिसाल बन हैं। जो बाहर से आकर अलग जगहों में क्वारंटाइन पर हैं। यहां ठहरे सभी युवा जनजातीय छात्रावास परिसर के बाहर क्
पद्धर के द्रंग भटोग केंद्र में ठहरे हैं 11 युवा
-झाड़ियों की कांट छांट, क्यारियों से निकाला खरपतवार आशीष भोज, पद्धर
उपमंडल के संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र द्रंग भटोग में ठहरे मुंबई से आए 11 युवाओं ने स्थानीय लोगों के लिए मिसाल कायम की है। यहां ठहरे युवा जनजातीय छात्रावास परिसर के बाहर क्यारियों व फुलवारियों की कांट छांट और साफ सफाई के साथ साथ खरपतवार को भी साफ किया है। इतना ही नहीं परिसर के बाहर की नालियों को भी संवारने की मुहिम छेड़ दी है। ऐसे में यहां लंबे अरसे से बंद पड़े आवासीय भवन की भी सूरत बदलने लगी है।
युवाओं में कचरे को इकट्ठा कर सुरक्षित तरीके से इसका निपटारा किया है। स्थानीय प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों के लोगों ने युवाओं की इस पहल की सराहना की है। सभी युवा उपमंडल के आसपास के क्षेत्रों के रहने वाले हैं। इनमें आठ मुंबई और तीन इंदौर, बेंगलुरु व दिल्ली से लौट कर आए हैं।
कुन्नू पंचायत के बाबली गांव के गोविद राम, केशव राम, सिगारी गांव सुरेंद्र कुमार, रमेश चंद कदरयाला, यशवंत सिंह गुम्मा, मंगल सिंह पद्धर, रमेश चंद झटिगरी फुटाखल, सुभाष चंद बरोट ये युवा मुंबई में ड्राइवर हैं। देवेंद्र कुमार माना इंदौर, नितिन कुमार पद्धर बेंगलुरु व बलवंत सिंह निवासी ग्वाली, दिल्ली से आकर यहां संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र में ठहरे हैं।
सभी युवाओं ने साफ सफाई, कूड़ा कचरा संग्रहन करने के बाद अब फुलवारियों में फूल लगाने का कार्य शुरू किया है। इन युवाओं का मानना है कि काम करने से जहां शरीर तंदरुस्त रहता है। इम्युनिटी भी प्रबल होती है। इसके साथ यहां करोड़ों रुपये की लागत से बने छात्रावास की साज सजावट को भी चार चांद लग रहे हैं। युवाओं ने उन्हें उपलब्ध करवाए जा रहे लजीज भोजन को लेकर उपमंडल प्रशासन की भी प्रशंसा की है। यहां भोजन पहुंचा रहे हिदुस्तान साल्ट लिमिटेड के चालक लोकेश ठाकुर का भी आभार जताया है। मुंबई से आए आठ युवा पिछले आठ दिन से यहां ठहरे हुए हैं। तीन युवा दो रोज पहले ही यहां पहुंचे हैं। सभी युवाओं का शनिवार को टेस्ट लिया जाएगा। जनजातीय छात्रावास द्रंग में संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र पर रखे गए युवाओं ने साफ सफाई, फुलवारी को संवारने और कूड़े कचरे का संग्रहण कर फूल आदि लगाने का कार्य शुरू किया है। यह सभी लोगों के लिए प्रेरणादायक है।
शिव मोहन सैनी, एसडीएम पद्धर