मकर संक्रांति पर तत्तापानी में मुख्यमंत्री सहित हजारों लोगों ने किया स्नान
मकर संक्रांति के अवसर पर सोमवार को मंडी व शिमला जिला की सीमा पर स्थित तत्तापानी में सतलुज नदी के किनारे बनाए गए कृत्रिम कुंडों में हजारों लोगों ने स्नान किया। हालांकि रविवार को सुबह से ही मौसम खराब हो गया था। बारिश व बर्फबारी भी प्रदेश के उंचे स्थानों में चल रही थी। रात को हल्की बूंदाबादी होती रही। इसके बावजूद सोमवार तड़के मंडी, शिमला, सोलन व बिलासपुर जिलों के अलावा बाहरी राज्यों से हजारों महिला, पुरूष, बच्चे, बुजुर्ग यहां पुण्य स्नान के लिए पहुंचे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी यहां इस पावन बेला पर स्नान किया
जागरण संवाददाता, तत्तापानी (मंडी) : मकर संक्रांति पर सोमवार को मंडी व शिमला जिला की सीमा पर स्थित तत्तापानी में सतलुज नदी के किनारे बनाए गए कृत्रिम कुंडों में हजारों लोगों ने स्नान किया। हालांकि रविवार को सुबह से ही मौसम खराब हो गया था। बारिश व बर्फबारी भी प्रदेश के ऊंचे स्थानों में चल रही थी। रात को हल्की बूंदाबादी होती रही। इसके बावजूद सोमवार तड़के मंडी, शिमला, सोलन व बिलासपुर जिलों के अलावा अन्य राज्यों से हजारों महिला, पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग यहां पुण्य स्नान के लिए पहुंचे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी यहां इस पावन बेला पर स्नान किया। उन्होंने तत्तापानी को धार्मिक व जलक्रीड़ा केंद्र के रूप में विकसित करने की घोषणा की।
सड़क किनारे दूर-दूर तक तंबुओं में बड़े-बड़े आकार के तराजू लगाए पांडों ने श्रद्धालुओं को तुलादान करवाया। उनके ग्रहों का निवारण किया। यह सब अपने आप में एक विचित्र व अनूठा दृश्य बना था।
तत्तापानी कस्बे में तिल धरने की जगह नहीं थी। तीन साल तक यहां सतलुज नदी के किनारे गर्म पानी के चश्मे फुटते थे, कोल बांध बनने से चश्मे जलाशय में समा गए हैं। क्षेत्र का धार्मिक महत्व बना रहे, सरकार ने इसके लिए यहां कृत्रिम कुंडों का निर्माण करवाया है। लोगों ने इन्हीं कुंडों में स्नान कर पुण्य कमाया।