मंडी में दो साल में 37.32 लाख बोतलें शराब की बिकी
जागरण संवाददाता मंडी जिला मंडी के मयखानों में इस बार शराबियों ने करोड़ों रुपये लूटा
जागरण संवाददाता, मंडी : जिला मंडी के मयखानों में इस बार शराबियों ने करोड़ों रुपये लूटाए हैं। शराबियों ने दो साल में 37.32 लाख बोतलें शराब की गटकी हैं। दो साल में शराब की बोतलों से सरकार को 37.32 लाख रुपये गोवंश के संरक्षण के लिए एकत्रित हुए हैं।
प्रदेश सरकार तीन साल से शराब की एक बोतल पर एक रुपये टैक्स ले रही है। इससे एकत्रित होने वाला पैसा गो संरक्षण पर खर्च होता है। इसी कड़ी में 2018-19 व 2019-20 में 18.67 और 18.65 लाख रुपये का राजस्व एकत्रित किया गया था। कुल 37 लाख 32 हजार शराब की बोतलें इस बार जिला मंडी में बिकी हैं। आबकारी विभाग की ओर से एकत्रित इस राशि को प्रदेश सरकार को भेज दिया जाता है। इसी तरह प्रति बोतल संबंधित पंचायत को दो रुपये और एंबुलेंस संचालन के लिए भी दो रुपये के हिसाब से टैक्स लिया जाता है। जिलेभर में करीब 310 शराब ठेके हैं। हालांकि इस बार मार्च से कोरोना के कारण ठेके बंद रहने के चलते अधिक आय नहीं हो पाई है।
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11 करोड़ रुपये का अधिक राजस्व
इस बार रिन्यूअल किए गए शराब के ठेकों से आबकारी विभाग को 11 करोड़ रुपये की अधिक आय हुई है। रिन्यूअल से कुल 119 करोड़ रुपये का राजस्व विभाग को आया है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 108 करोड़ रुपये था। हालांकि इस बार तीन यूनिट बंद हुए हैं, जिसमें नेरचौक, बरोट आदि शामिल हैं।
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जिला में पिछले दो साल में 37 लाख रुपये से अधिक की राशि गोवंश संरक्षण के लिए प्रति बोतल के हिसाब से एकत्रित की गई है। यह राशि प्रदेश सरकार को भेज दी जाती है। जिसका प्रयोग गौवंश संरक्षण आदि के लिए यिा जाता है।
-अनुपम शर्मा, उपायुक्त आबकारी एवं काराधान विभाग मंडी।