हिमाचल : मौसम के बिगड़े मिजाज ने बढ़ायी निर्वाचन विभाग की चिंता
हिमाचल में मौसम के बिगड़े मिजाज ने निर्वाचन विभाग की चिंता बढ़ा दी है बर्फ से ढके कई मतदान केंद्र।
मंडी, हंसराज सैनी। मौसम के एकाएक बिगड़े मिजाज से क्षेत्रफल के लिहाज से देश के दूसरे बड़े संसदीय क्षेत्र मंडी में 19 मई को मतदान प्रक्रिया पूरी करवाना निर्वाचन विभाग के लिए चुनौती बन गया है। लाहुल-स्पीति हलके का योचे, नैनगार व खंजर मतदान केंद्र अब भी बर्फ से ढका हुआ है। योचे में 54, नैनगार में 73 व खंजर में 50 मतदाता है।
हालांकि तीनों मतदान केंद्रों के लिए शुक्रवार को पाेलिंग पार्टियां रवाना हो चुकी हैं, मगर देर शाम हुए ताजा हिमपात से पोलिंग पार्टियों व मतदाताओं की दिक्कतें बढ़ सकती हैं। लाहुल-स्पीति प्रशासन कई दिनों से तीनों मतदान केंद्रों से बर्फ हटाने का प्रयास कर रहा था। खराब मौसम के चलते सफलता हाथ नहीं लग पाई। तीनों मतदान केंद्र जम्मू कश्मीर की सीमा के साथ सटे हुए हैं। योचे को दारजा से संपर्क मार्ग है। यह मार्ग अभी बंद है। नैनगार को मूरिंग से सड़क मार्ग है। यह मार्ग चौखंग से आगे बंद है।
मार्ग पर अब भी तीन से चार फुट बर्फ है। खंजर को उदयपुर से रास्ता जाता है। यह मियाड़ घाटी का अंतिम गांव है। संसदीय क्षेत्र के तीनों जनजातीय हलकों लाहुल-स्पीति, भरमौर व किन्नौर के कई क्षेत्रों में ताजा हिमपात, बारिश में आंधी से बिजली व्यवस्था चरमराने की संभावना प्रबल हो गई है। रास्ते बंद होने की सूरत में पाेलिंग पार्टियों को ईवीएम के साथ कई किलोमीटर सफर पैदल तक कर पहुंचना पड़ेगा। निर्वाचन विभाग के लिए राहत की बात यह है कि दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र टशीगंग में र्पोंलग पार्टी पहुंच
गई है। इस मतदान केंद्र में 49 मतदाता हैं। मतदान केंद्र 15256 फुट की ऊंचाई पर स्थित है।
जनजातीय क्षेत्र में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए निर्वाचन विभाग ने एक हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की है। यह हेलीकॉप्टर भुंतर हवाई अड्डे पर 21 मई तक उपलब्ध रहेगा। मतदान कर्मी की अचानक तबीयत बिगड़ने, ईवीएम को एक स्थान से दूसरे स्थान में लाने ले जाने में हेलीकॉप्टर की सेवा ली जाएगी। भरमौर विधानसभा के पांगी में भी हिमपात से कई मतदान केंद्र प्रभावित हुए हैं। निर्वाचन विभाग ने बीआरओ से
15 मई तक रोहतांग दर्रा बहाल करने का आग्रह किया था ताकि लोग व मतदान कर्मी आसानी से लाहुल जा सकें, मगर दर्रा बहाल नहीं हो पाया है।
बंजर, योचे व नैनगार मतदान केंद्र
अब भी बर्फ की चपेट में हैं। खराब मौसम व ताजा हिमपात के कारण रास्तों से बर्फ हटाने का काम पूरा नहीं हो पाया है। तीनों मतदान केंद्रों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना कर दी गई हैं।
-अश्वनी चौधरी, जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त लाहुल-स्पीति।
999 ऐसे मतदाता जिनकी आयु 100 वर्ष से अधिक है
- लाहुल स्पीति के लंगर मतदान केंद्र में सबसे कम 37 मतदाता हैं।
- ऊना के संतोषगढ़ केंद्र में सबसे अधिक 1359 मतदाता हैं।
- विश्व का सबसे अधिक ऊंचाई पर लाहुल स्पीति का टाशीगांग मतदान केंद्र है। यह समुद्रतल से 15,256 फुट की ऊंचाई पर हैं और वहां 49 लोग मतदान करेंगे। बंजार के शक्ति पोलिंग बूथ पर सबसे
- अधिक 20 किलोमीटर पैदल जाना पड़ेगा, जहां 86 मतदाता हैं।
- प्रदेश के 136 मतदान केंद्रों पर सभी महिला कर्मचारी तैनात होंगी। हर विधानसभा क्षेत्र में दो महिला बूथ होंगे।
- हमीरपुर, मंडी और लाहुल स्पीति में महिला मतदाताओ की संख्या अधिक है। हमीरपुर में यह संख्या 1,042 प्रति 1,000 पुरुष जबकि लाहुल स्पीति और मंडी में 1,009 प्रति 1,000 पुरुष मतदाता हैं।
- प्रदेश में मतदान केंद्रों की संख्या 7,723 है। इनमें से 373 अतिसंवेदनशील और 946 संवदेनशील मतदान केंद्र हैं।
- मतदान के संचालन के लिए 7730 पीठासीन अधिकारी, 23190 मतदान अधिकारी लगाए गए हैं।
- निष्पक्ष चुनाव के लिए नौ सामान्य पर्यवेक्षक, पांच व्यय पर्यवेक्षक और दो पुलिस पर्यवेक्षक तैनात हैं।
मतदान के लिए इनमें से एक दस्तावेज जरूरी
फोटो पहचान पत्र, पासपोर्ट, ड्रार्इंवग लाइसेंस, राज्य व केंद्र सरकार के उपक्रमों द्वारा कर्मचारियों को जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान-पत्र, बैंकों व डाकघरों द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, पैनकार्ड, स्वास्थ्य बीमा के तहत आरजीआइ द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज सांसदों, विधायकों, विधान परिषद सदस्यों को जारी पहचानपत्र और आधार कार्ड।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप