पहाड़ों ने ओढ़ी सफेद चादर, मैदान भीगे
जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा हिमपात हुआ है। इसके साथ ही निचले क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई है। इससे 10 से अधिक बस रूट बंद हो गए हैं। इन रूटों पर निगम की बसें नहीं पहुंच पाई। इससे लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में काफी परेशानी हो रही है। वहीं परिवहन निगम को भी नुकसान हुआ है। जिला में बुधवार रात से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गई है और निचले क्षेत्रों में बारिश हो रही है। इसके बाद वीरवार को भी बारिश-बर्फबारी का क्रम जारी रहा। बर्फबारी के कारण सड़कें यातायात के लिए अवरूद्ध हो
संवाद सहयोगी, मंडी : जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा हिमपात हुआ है। साथ ही निचले क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई है। इससे 10 से अधिक बस रूट बंद हो गए हैं। इससे लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में काफी परेशानी हो रही है। वहीं परिवहन निगम को भी नुकसान हुआ है।
जिला में बुधवार रात से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश हो रही है। इसके बाद वीरवार को भी बारिश-बर्फबारी का क्रम जारी रहा। बर्फबारी के कारण सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हो गई। इससे बसें निर्धारित रूटों पर नहीं दौड़ पाई हैं।
मंडी डिपो के पांच, सरकाघाट का एक और चार रूट सुंदरनगर डिपो के फेल हुए हैं। सराज में गाड़ागुशैणी-तपनाली और मंडी मंडल में शैगली-पराशर तथा बो¨चग लपास मार्ग मार्ग बंद हो गया है। इन मार्गों पर छोटे-बड़े किसी वाहन की आवाजाही नहीं हो पा रही है। बसें बंद होने से ग्रामीणों को गंतव्य तक पहुंचने में काफी परेशानी हुई। लोगों को पैदल सफर कर गंतव्य तक पहुंचना पड़ा।
वहीं सराजघाटी के कमरूनाग, छतरी सहित चौहारघाटी में पांच से छह इंच हिमपात हुआ है। बारिश-बर्फबारी के कारण समूचा जिला ठंड की चपेट में आ गया है। ठंड से बचने के लिए लोग घरों में दुबके हैं।
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बर्फबारी के कारण 10 बस रूट प्रभावित हुए हैं। ऊपरी क्षेत्रों में कई रूटों पर बसें नहीं पहुंची। मौसम साफ होते ही इन रूटों पर बसें भेज दी जाएंगी।
एएन सलारिया, डीएम, परिवहन निगम, मंडी जोन।
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सेब व नकदी फसलों के लिए बारिश संजीवनी
बर्फबारी व बारिश सेब, गेहूं तथा अन्य नकदी फसलों के लिए काफी फायदेमंद है। ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश होने से जमीन में नमी आ गई है। इससे जहां सेब के लिए चि¨लग ऑवर्स पूरे हो जाएंगे, वहीं गेहूं की फसल को पीला रतुआ रोग नहीं लगेगा। इससे फसल अच्छी होगी। कृषि विभाग के उपनिदेशक रूप लाल चौहान ने बताया कि फरवरी में बारिश व बर्फबारी होना नकदी फसलों के लिए उपयुक्त है।