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क्षतिग्रस्त पेयजल पाइपलाइन की मरम्मत में जुटे कर्मचारी

सहयोगी पद्धर मूसलधार वर्षा व भूस्खलन ने मंडी जिले के पद्धर उपमंडल में भारी तबाही मचाई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Aug 2022 05:16 PM (IST)Updated: Wed, 24 Aug 2022 05:16 PM (IST)
क्षतिग्रस्त पेयजल पाइपलाइन की मरम्मत में जुटे कर्मचारी
क्षतिग्रस्त पेयजल पाइपलाइन की मरम्मत में जुटे कर्मचारी

सहयोगी, पद्धर : मूसलधार वर्षा व भूस्खलन ने मंडी जिले के पद्धर उपमंडल में भारी तबाही मचाई है। जलशक्ति विभाग को करीब सात करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। उपमंडल कटौला में ज्यादा तबाही हुई है। विभाग ने क्षतिग्रस्त पेयजल स्कीमों को दोबारा पटरी पर लाने का काम युद्धस्तर पर शुरू कर किया है। फील्ड स्टाफ क्षतिग्रस्त लाइनों के मरम्मत कार्य में जुटा हुआ है। प्रभावित क्षेत्रों के स्थानीय लोग भी मदद के लिए आगे आ रहे हैं।

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कोटरोपी में पहाड़ी के दरकने से क्षतिग्रस्त हुई छह गांवों की पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी है। यहां बाइंनाला के उपर पहाड़ी दरकने से जगेहड़ अप्पर कोटरोपी, लोअर कोटरोपी, सास्ती गांव की पेयजल लाइनों का नामोनिशान मिट गया था। मस्वाहण, तालगहर, करालडी सहित अन्य गांव की आपूर्ति भी प्रभावित हुई थी। फील्ड स्टाफ ने पद्धर से नई पाइपें लाने बाद कोटरोपी में पैदल पहाड़ी को पार उक्त सभी गांव की क्षतिग्रस्त लाइनों की मरम्मत कर पेयजल आपूर्ति को बहाल किया है। विभागीय बेलदार शेर सिंह, रांझु राम, लाल चंद और घनश्याम ने कहा कि क्षतिग्रस्त लाइनों की मरम्मत को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने भरपूर सहयोग दिया। अपर कोटरोपी गांव के भाटकु राम, मिटू राम, काकू, मंजुल, जगेहड़ गांव निवासी नागणु राम, संजय और पीनु तथा सास्ती गांव निवासी पूर्ण चंद आपदा से प्रभावित होने बावजूद मदद के लिए पहुंचे। भारी बरसात की वजह से पद्धर मंडल के अंतर्गत उपमंडल कटौला और पद्धर में सात करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। नुकसान की रिपोर्ट विभाग और सरकार को भेज दी गई है। कटौला, बागी, कमांद, कोटरोपी, दुंधा और चौहारघाटी क्षेत्र में कई पेयजल लाइनों का नामोनिशान मिट चुका है। अधिकांश पेयजल लाइनों को अस्थायी तौर पर चालू कर पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गई है।

-राजेश मोंगरा, अधिशाषी अभियंता जलशक्ति विभाग मंडल पद्धर।


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