लारजी व तत्तापानी में अगले माह शुरू होंगी पानी से हवा में कलाबाजियां
मुकेश मेहरा मंडी तत्तापानी और लारजी में अक्टूबर के पहले सप्ताह से पानी से हवा में कलाब
मुकेश मेहरा, मंडी
तत्तापानी और लारजी में अक्टूबर के पहले सप्ताह से पानी से हवा में कलाबाजियां शुरू हो जाएंगी। पर्यटन विभाग की ओर से साहसिक जलक्रीड़ाओं के लिए छह करोड़ खरीदे जेटोवेटर, ई-हाइड्रोफॉयल और जेट स्कीइंग इत्यादि उपकरण बिलासपुर पहुंच गए हैं। गोविंद सागर झील में सात दिन तक 10 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद इन्हें तत्तापानी और लारजी भेजा जाएगा।
कोरोना महामारी के चलते यह मशीनरी दो तीन माह तक मुंबई में ही फंसी थी। अब इसके हिमाचल पहुंचने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के निदेशक कर्नल नीरज राणा की देखरेख में लुहणू के पास गोविंद सागर झील में इसका प्रशिक्षण आरंभ किया है। मुंबई से 13 जेट स्कीइंग, 12 ई-हाइड्रोफॉयल, और 12 ही जेटोवेटर पहुंचे हैं। लारजी और तत्तापानी में आधे-आधे भेजे जाएंगे। इनके यहां पहुंचने के बाद इन जल क्रीड़ाओं को यहां आरंभ करने की प्रक्रिया शुरू होगी। यहां पर प्रशिक्षण प्राप्त युवा इनका संचालन करेंगे। इसके लिए कितनी टिकट आदि रखी जाती है यह पर्यटन विभाग तय करेगा। इसके लिए लारजी और तत्तापानी में पहले ही सुविधाओं को तैयार करने के लिए खाका बनाया जा चुका है। प्रदेश में पहली बार जेट स्कीइंग और जेटोवेटर के आने से पर्यटन क्षेत्र को नए पंख लगेंगे और पर्यटकों सहित स्थानीय लोग भी इनका आनंद ले सकेंगे।
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मुख्यमंत्री कर सकते हैं शुभारंभ
इस नौकायान प्रोजेक्ट का उद्घाटन पहले अप्रैल में मुख्यमंत्री ने करना था। कोरोना के कारण मशीनरी के फंसने की वजह से यह नहीं हो सका। अब मशीनरी के प्रशिक्षण के बाद तत्तापानी और लारजी पहुंचने के बाद यह तय होगा कि मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन कब और कहां करेंगे।
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कोरोना के कारण मुंबई में फंसी जलक्रीड़ा उपकरण बिलासपुर पहुंच गए हैं। इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सप्ताह तक प्रशिक्षण के बाद इनको तत्तापानी और लारजी भेजा जाएगा। जहां पर जलक्रीडाएं आरंभ होंगी।
-कर्नल नीरज राणा, निदेशक अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान, मनाली।