25 साल से बंद नहर में आया पानी
बल्ह घाटी में मलवाणा के पास पिछले 25 सालों से बंद पड़ी सिचाई नहर को मंगलवार को शुरू कर दिया है। इस नहर के शुरू होने से क्षेत्र के सात गांवों की हजारों एकड़ भूमि को सिचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा और लोग पहले की तरह नकदी फसलें उगा सकेंगे। बता दें कि नहर के बंद होने के कारण यहां पर लोगों ने खेती करना छोड़ दी थी तथा जो कर भी रहे थे वह केवल बारिश पर ही निर्भर थे।
सहयोगी, नेरचौक : बल्ह घाटी में मलवाणा के पास 25 साल से बंद सिचाई नहर में मंगलवार से पानी आना शुरू हो गया। नहर के शुरू होने से क्षेत्र के सात गांवों की हजारों एकड़ भूमि को सिचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा और लोग पहले की तरह नकदी फसलें उगा सकेंगे।
नहर बंद होने के कारण लोगों ने खेती छोड़ दी थी। गांवों में कुछ ही लोग खेती कर रहे थे, जो हमेसा बारिश पर ही निर्भर रहते थे। 16 किलोमीटर लंबी नहर के बंद होने का मामला विधायक इंद्र सिंह गांधी के समक्ष पहुंचने के बाद उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को तुरंत इसे ठीक करने के लिए कहा। विभाग की जांच में इस बात का पता चला कि नहर गाद से लगभग छह किलोमीटर तक बंद थी। इसके बाद विभागीय कर्मचारियों ने इसे साफ किया और मंगलवार को नहर में सुचारू रूप से पानी आना शुरू हो गया। पानी आने से अब मलवाना, टिक्कर, गधरवाड, गलियां, बैहना, छछोल व भडयाल गांवों की जमीनों को सींचने के लिए मदद मिलेगी। विधायक के मौके पर पहुंचने पर लोगों ने उनका स्वागत किया और नहर को शुरू करने के लिए आभार जताया। विधायक ने बताया कि वह 25 वर्ष पहले जल शक्ति विभाग में बतौर सर्वेयर कार्य करते थे तब उन्होंने इस नहर के माध्यम से लोगों के खेतों में पानी पहुंचाया था और अब विधायक बने हैं तो दोबारा से नहर में पानी की धारा बहने लग गई हैं। 16 किलोमीटर की इस नहर का लगभग छह किलोमीटर हिस्सा पिछले कई वर्षों से बंद पड़ा था जिसे अब खुलवा दिया गया है। लोग खेतों में समय पर सिचाई कर सकते हैं।
-हर्ष शर्मा, अधीक्षण अभियंता जल शक्ति विभेाग बग्गी