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श्रीनगर से बाडमेर तक बल्ह के लाल सोने की चमक

मिनी पंजाब यानी हिमाचल के मंडी जिले की बल्ह घाटी का लाल सोना (टमाटर का सीजन शुरू हो गया है। अन्य राज्यों से व्यापारी पहुंचने से किसानों ने राहत की सांस ली है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 07:09 PM (IST)Updated: Wed, 24 Jun 2020 07:09 PM (IST)
श्रीनगर से बाडमेर तक बल्ह के लाल सोने की चमक
श्रीनगर से बाडमेर तक बल्ह के लाल सोने की चमक

हंसराज सैनी, मंडी

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मिनी पंजाब यानी हिमाचल के मंडी जिले की बल्ह घाटी का लाल सोना (टमाटर) केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से लेकर राजस्थान के बाडमेर तक चमक बिखेर रहा है। टमाटर सीजन शुरू होते ही अन्य राज्यों के व्यापारी भी यहां पहुंच गए हैं। इससे किसानों को राहत मिली है। कोरोना काल में किसानों ने टमाटर की दोगुना खेती की थी और ब फसल भी बंपर हुई है। कोरोना को लेकर वर्तमान में जो स्थिति बनी हुई है, उसको लेकर घाटी के किसान चिंतित थे। इस बार अन्य राज्यों से व्यापारी आएंगे या नहीं इसी चिता में डूबे हुए थे। मगर सीजन शुरू होते ही व्यापारियों की दस्तक ने किसानों को चिता मुक्त कर दिया है।

सप्ताह पहले 100 रुपये में बिकने वाला 20 से 25 किलो का एक क्रेट अब 300 रुपये तक बिक रहा है। आने वाले दिनों में दाम 500 से 600 रुपये प्रति क्रेट पहुंचने की उम्मीद है। बल्ह में इस साल दो करोड़ क्रेट टमाटर होने की उम्मीद है। गत वर्ष टमाटर का करीब एक करोड़ क्रेट निकला था। आमतौर पर यहां 700 से 800 हेक्टेयर भूमि में टमाटर उत्पादन होता था। इस साल किसानों ने 1500 हेक्टेयर भूमि में टमाटर की खेती की है। गर्मी व बरसात में बल्ह का टमाटर उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों की मांग पूरी करता है। यहां बंपर फसल होने से टमाटर के दाम भी नियंत्रित रहते हैं। तीन साल पहले तक यहां के टमाटर की सप्लाई पाकिस्तान तक होती थी। रोज यहां से 5000 क्रेट टमाटर जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली व राजस्थान सप्लाई हो रहा है।

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ऑनलाइन हो रही खरीदारी

अन्य राज्यों के व्यापारी बल्ह के किसानों से टमाटर की खरीदारी ऑनलाइन कर रहे हैं। मोबाइल फोन पर दाम तय हो रहे हैं। टमाटर की खेप ले जाने के लिए व्यापारी अपनी गाड़ियां भेज रहे हैं। क्षेत्र में सुबह पांच से आठ बजे तक गाड़ियां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाता है।

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क्रेट की चिंता से मुक्ति, खेत से लोड हो रही गाड़ियां

टमाटर की सप्लाई के लिए क्रेट सबसे जरूरी है। किसानों के पास इतनी बड़ी मात्रा में क्रेट नहीं है। व्यापारी सुबह सूची बनाकर किसानों को खाली क्रेट दे रहे हैं। दोपहर तक खेत के पास ही क्रेट गाड़ियों में लोड कर ले जा रहे हैं। किसानों को क्रेट की चिता से मुक्ति मिली है।

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वाहन से नीचे नहीं उतर रहे चालक, क्रेट हो रहे सैनिटाइज

अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों व क्रेट को किसान खुद स्प्रे पंप से सैनिटाइज कर रहे हैं। उसके बाद क्रेट उतार कर खेत में ले जा रहे हैं। वाहन चालकों को वाहन से उतरने की अनुमति नहीं है।

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राजस्थान से सबसे अधिक मांग, किसानों के चेहरे खिले

टमाटर की सबसे अधिक मांग इस बार राजस्थान से आ रही है। राजस्थान से रोज 100 के करीब जीप व अन्य वाहन बल्ह घाटी पहुंच रहे हैं। इसके बाद ही दाम भी बढ़े हैं। इससे किसानों के चेहरे खिल गए हैं।

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पड़ोसी राज्यों सहित राजस्थान से व्यापारी आने से राहत मिली है। दाम भी अच्छे मिलने लगे हैं।

-रमेश कुमार, टमाटर उत्पादक बल्ह घाटी।

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टमाटर उत्पादक किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए कई जगह अस्थायी मंडियां बनाई गई हैं। अन्य राज्यों के व्यापारियों को कई सुविधा प्रदान की जा रही है।

-ऋग्वेद ठाकुर, उपायुक्त मंडी।


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