सऊदी अरब में बंधक बने युवाओं ने सुनाई आपबीती कहा मिला ताउम्र न भुलाया जाने वाला दर्द
सऊदी अरब के रियाद में बंधक बनाये गये तीनों युवकों ने आप बीती सुनाई कहा मिला ताउम्र न भुलाया जाने वाला दर्द।
सुंदरनगर, रजनीश हिमालयन। सऊदी अरब में लाखों रुपये कमाने के लिए गए युवकों में से तीन युवक खाली हाथ लौट आए पर साथ में लाए तो ताउम्र न भुलाया जाने वाला दर्द। सऊदी अरब के रियाद में तीन वक्त के खाने में उन्हें तीन रोटी ही नसीब होती थी और वह भी पानी के साथ। सब्जी व दाल के नाम पर पानी अधिक दाल के दाने कम हुआ करते थे।
घर सकुशल पहुंचे तीनों युवकों ने सऊदी अरब में उनके साथ हुए व्यवहार की आपबीती साझा करते हुए बताया कि एजेंट के कारण ही वे मुसीबत में फंसे। शुरुआत के दो माह तो ठीक रहा, लेकिन जैसे-जैसे वीजा खत्म होने का समय नजदीक आने लगा तो कंपनी मालिक उत्पीड़न करने पर उतारू हो गया। कंपनी मालिक ने दो माह का वेतन भी नहीं दिया। इसके बाद पैसे न देने पर युवकों ने हड़ताल करके काम रोक कर पैसे मांगे तो उन्हें धमकाया गया। कंपनी मालिक ने तो यह कह दिया कि न तो वेतन मिलेगा और न ही वर्किंग वीजा बनाया जाएगा। अगर कोई मर भी जाएगा तो उसे यहीं पर दफना दिया जाएगा। पीड़ितों के अनुसार एजेंट ने कपंनी मालिक को फोन पर सभी युवकों को भारत वापस न भेजने के लिए कहा था। एजेंट ने कहा था कि अगर ये लौट आए तो उन्हें इनके पैसे लौटाने पड़ेंगे। उन्होंने बताया कि जब टूरिस्ट वीजा खत्म हो गया तो उन्होंने वहां भारतीय दूतावास में जाकर सरेंडर कर दिया। इसके बाद उन्हें जेल में रखा गया।
20 दिन तक जेल में कठिनाई से गुजारे
हरजिंद्र व अश्विनी सांख्यान पहली बार विदेश में कमाने के लिए गए थे, लेकिन जोगेंद्र्र सिंह इससे पहले 20 जनवरी 2016 से जनवरी 2018 तक कुवैत में काम करके सऊदी अरब गया था।
रियाद भी गया था एजेंट
वापस लौटे युवकों ने बताया कि वहां भेजने वाले एजेंटों में से एक आशिफ अक्टूबर में सऊदी अरब आया हुआ था और वह वहां पर सभी 14 भारतीय का मुंशी बनकर रहा। युवकों के साथ तीन-चार दिन रहने के बाद घर पर पत्नी के बीमार होने की बात कहकर फरार हो गया। इसके बाद युवकों ने एजेंट आशिफ से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की तो फोन उठाना बंद कर दिया।
सात अब भी जेल में
तीन को कंपनी मालिक ने बनाया है बंधक सात व्यक्ति अभी सऊदी अरब के रियाद में जेल में हैं, जबकि तीन युवक श्याम लाल, तनुज व देवेंद्र को जबदस्ती कंपनी मालिक अपने साथ लेकर चला गया है। उन्होंने इस बात को भी झूठ साबित कर दिया है कि पिछले दिनों हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा दो युवक देवेंद्र और तनुज को छुड़ाने की बात कही थी। इन दोनों युवकों से अभी भी कंपनी मालिक के पास बंधक बनाकर काम लिया जा रहा है। उनके साथ श्याम लाल भी शामिल है।