मंडी में चोरी करने वाले घोड़ा गैंग के छह सदस्य गिरफ्तार, दो की तलाश जारी
मंडी में लाखों की चोरी करने वाले घोड़ा गैंग के कुल छह सदस्यों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है।
मंडी, जेएनएन। शहर के दो प्रमुख शोरूम व एक दुकान से लाखों रुपये के आभूषण व लैपटॉप चुराने वाले घोड़ा गैंग के चार सदस्यों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। इनसे मंडी पुलिस ने नौ लैपटॉप व नौ किलो चांदी बरामद की है। वहीं पुलिस ने इस मामले में अब दो ओर लोगों को गिरफ़तार किया है। इस मामले में अभी तक छह लोग पुलिस की गिरफ़त में आ गए हैं। जबकि दो अब भी फरार है। पुलिस ने इनके पास से अब तक 13 लैपटॉप व चांदी का सामान बरामद किया है।
शातिर तरीके से वारदात को अंजाम देने वाला यह गैंग बिहार के घोड़ासन इलाके का रहने वाला है। गिरोह घोड़ा गैंग के नाम से कुख्यात है। मोबाइल फोन की लोकेशन व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने गैंग की पहचान की। मंडी पुलिस की एक टीम उन्हें पकड़ने के लिए दिल्ली रवाना हो गई थी। चोरों के वहां छिपे होने की संभावना जताई गई थी। घोड़ा गैंग कई राज्यों में इसी तरह पर चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका है। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित नेपाल भाग जाते हैं।
गिरोह के कुछ सदस्य पांच अक्टूबर की रात को मंडी पहुंचे थे। यहां एक होटल में ठहरे थे। छह से नौ अक्टूबर तक तीन बार शहर की रेकी की। हर तरफ से संतुष्ट होने के बाद गिरोह के अन्य सदस्य 10 अक्टूबर को मंडी शहर पहुंचे। शहर के दो होटलों में अलग-अलग ग्रुप बनाकर ठहरे। रात तीन बजे के बाद गिरोह के सदस्य सक्रिय हो गए। सबसे पहले साढ़े तीन बजे गिरोह के लोगों ने विश्वकर्मा मंदिर के साथ लगते पठानिया इंफोटेक शोरूम का शटर तोड़ा। शोरूम के सीसीटीवी कैमरा रात को बंद थे। यहां से चोरों ने एचपी व सोनी कंपनी के 13 लैपटॉप चुराए। इसके बाद महामृत्युजंय मंदिर के समीप भारद्वाज बर्तन भंडार का शटर तोड़ा था।
गिरोह के साथ एक नाबालिग भी था। यहां नाबालिग दुकान के घर घुसा था। उसके सिर पर रोशनी के लिए टॉर्च बंधी हुई थी। एक टॉर्च हाथ में पकड़ी हुई थी। दुकान के अंदर घुसते ही नाबालिग ने काउंटर की तलाशी ली और वहां से 3800 रुपये की नकदी लेकर बाहर आ गया था। साढ़े चार व पौने पांच बजे के करीब इंदिरा मार्केट के साथ लगते बिंद्रा ज्वेलर्स के शोरूम में वारदात को अंजाम दिया। उस समय शहर में हल्की चहल-पहल शुरू हो गई थी। लोग सुबह की सैर के लिए निकल रहे थे। होमगार्ड के जवान भी इसी क्षेत्र में गश्त पर थे। आठ-दस लोगों के झुंड को उन्होंने जाते हुए देखा भी, लेकिन उनको रोक कर पूछने की जरूरत नहीं समझी।
तीन जगह चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद गैंग के लोगों ने टैक्सी की। टैक्सी से सुंदरनगर पहुंचे और वहां से बस में चंडीगढ़ निकल गए। गैंग के एक सदस्य ने होटल में ठहरने के लिए अपना जो नाम बताया था, जांच में वह सभी पाया गया है। कई राज्यों की पुलिस कर रही तलाश, कुछ लोग पगार पर रखे हैं घोड़ा गैंग ने कई राज्यों की पुलिस के नाक में दम कर रखा है। गैंग को बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडू, कर्नाटक व आंध्र प्रदेश की पुलिस तलाश रही है। यह गिरोह मोबाइल फोन, लैपटॉप, घड़ियों, आभूषण व कैमरों की दुकानों को ही अपना निशाना बनाता है। चोरी किए गए सामान को नेपाल व बांग्लादेश में औने-पौने दाम में बेच दिया जाता है। इस गैंग में 200 से अधिक लोग शामिल हैं।
बताया जाता है कि गैंग के सरगना ने कुछ लोगों को बकायादा 25 से 30 हजार की मासिक पगार पर भर्ती कर रखा है। चोरी के दौरान डालते हैं पर्दा घोड़ा गैंग के लोगों ने अब तक चोरी की जितनी वारदातों को अंजाम दिया है, वहां पर्दे का जिक्र जरूर आया है। गिरोह के लोग शटर के बाहर पर्दा डालकर एक या दो लोगों को शोरूम या दुकान के अंदर दाखिल कर देते हैं अगर कभी पुलिस या किसी की नजर पड़ जाए तो कह दिया जाता है कि महिला कपड़े बदल रही है। गैंग के पास महिलाओं के कपड़े भी होते हैं। पकड़े जाने पर चोर महिला के कपड़े पहनकर बाहर आ जाता है।
पुलिस कांस्टेबल लाइन हाजिर, होमगार्ड जवान हटाए
गश्त में लापरवाही बरतने और गिरोह के सदस्यों को देखने के बाद उन्हें न रोकने पर पुलिस प्रशासन ने शहरी पुलिस चौकी के एक कांस्टेबल को लाइनहाजिर कर दिया है। तीन होमगार्ड जवानों को ड्यूटी से हटा उनको बटालियन वापस भेज दिया है। आदेशक ने मांगी रिपोर्ट होमगार्ड की लापरवाही की बात सामने आने पर कंपनी कमांडर से मामले की रिपोर्ट तलब की है। जवानों को ड्यूटी से हटा दिया गया है।
- आदेशक सेवानिवृत्त मेजर खेम सिंह ठाकुर, छठी गृह रक्षा वाहिनी मंडी।