2014 की मोदी लहर में भी इन क्षेत्रों में भाजपा को नहीं मिली थी बढ़त
2014 की मोदी लहर में भी भरमौर किन्नौर व लाहुल- स्पीति की जनता का हाथ लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ ही रहा है।
मंडी, हंसराज सैनी। मंडी संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले तीनों जनजातीय हलकों भरमौर, किन्नौर व लाहुल- स्पीति की जनता का हाथ लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ ही रहा है। विधानसभा चुनाव में यहां की जनता ने भाजपा को भी पूरा-पूरा मौका दिया है। 2014 की मोदी लहर भी कांग्रेस के इन मजबूत किलों को नहीं भेद पाई थी। पिछले तीन आम चुनाव व एक उपचुनाव में भाजपा को मात्र 2009 के चुनाव में लाहुल-स्पीति हलके से बढ़त मिली थी।
रामपुर सहित तीनों जनजातीय हलके कांग्रेस के लिए हमेशा तारणहार बने हैं। 2009 के चुनाव अगर रामपुर की जनता साथ नहीं देती तो पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र्र सिंह की पीठ लगना लगभय तय थी। उस समय भाजपा प्रत्याशी महेश्व सिंह को लाहुल-स्पीति सहित आठ अन्य हलकों मनाली, कुल्लू, बंजार, सुंदरनगर, जोगेंद्रनगर, बल्ह, सराज व सरकाघाट हलके में बढ़त मिली थी। वीरभद्र्र सिंह भरमौर, आनी, करसोग, नाचन, द्रंग, मंडी, किन्नौर व रामपुर में बढ़त बनाने में सफल रहे थे।
आठ से सात हलकों में मिली बढ़त जीत के लिए काफी नहीं थी। रामपुर हलके से वीरभद्र्र सिंह को 62.78 व
भाजपा के महेश्वर सिंह को 29.69 फीसद वोट मिले थे। 2004, 2014 के आम चुनाव व 2013 के उपचुनाव में तीनों जनजातीय क्षेत्र के मतदाताओं ने कांग्रेस का साथ दिया था। कांग्रेस के लिए अगर रामपुर सहित तीनों जनजातीय क्षेत्र हमेशा उम्मीद की किरण बनकर खड़े हैं तो बल्ह व जोगेंद्रनगर हलके की जनता ने 2004 के बाद भाजपा का दामन नहीं छोड़ा है। 2014 के चुनाव में जोगेंद्रनगर हलके में भाजपा के रामस्वरूप शर्मा 65.01
प्रतिशत मत लेने में सफल रहे थे। कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह को मात्र 28.55 फीसद वोट मिले थे।
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