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खली को नैतिक समर्थन, आर्थिक सहयोग नहीं : गोविंद

सरकार को खली को वित्तीय सहायता नहीं देगी लेकिन नैतिक मदद जरूर करेगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Jul 2018 07:56 PM (IST)Updated: Tue, 03 Jul 2018 07:56 PM (IST)
खली को नैतिक समर्थन, आर्थिक सहयोग नहीं : गोविंद
खली को नैतिक समर्थन, आर्थिक सहयोग नहीं : गोविंद

जागरण संवाददाता, मंडी : नूरा कुश्ती में बदल चुके ग्रेट खली के शो को लेकर कांग्रेस की तरफ से लगाए गए आरोपों का मंगलवार को खेल मंत्री गो¨वद ¨सह ठाकुर ने जवाब दिया। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर अपने शासनकाल में खेलों व कला को बढ़ावा देने की दिशा में कोई प्रयास न करने का आरोप लगाया।

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पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा मंडी व सोलन में होने वाले ग्रेट खली के रेस¨लग शो में सरकार ने कैबिनेट मेमो में अपनी स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट कर रखी है। डब्ल्यूडब्ल्यूई रेस¨लग ओलंपिक का हिस्सा नहीं है। सरकार खेल परिषद से आयोजन के लिए पैसा नहीं दे सकती। सरकार ने यह बात पहले ही ग्रेट खली को स्पष्ट कर दी थी। न ही खेल परिषद से आयोजन के लिए एक फूटी कौड़ी दी गई है। हां, खली हिमाचल के बेटे हैं। अगर वह अपने दम पर कुछ कर रहे हैं तो उन्हें सहयोग करना सरकार का नैतिक कर्तव्य है। जिस कैबिनेट मेमो की कांग्रेस बात कर रही है, वह दो जून के आयोजन के लिए लिखा गया था। अंतरराष्ट्रीय स्तर के रेसलर के कार्यक्रम में अगर कोई विभाग अपनी मर्जी से सहयोग कर रहा है तो इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

पूर्व सरकार की नीतियों के कारण कई प्रतिभाओं को प्रदेश से पलायन करना पड़ा और कई प्रतिभाशाली लोगों को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पाया। कांग्रेस पार्टी प्रतिभाओं को रोकने का प्रयास कर रही है। रेसलिंग शो को लेकर कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री बेवजह तूल दे रहे हैं।

भाजपा सरकार खिलाड़ियों व कलाकारों का पलायन रोकेगी, जो लोग पलायन करके गए हैं उन्हें वापस बुलाया जाएगा। इस मौके पर सांसद रामस्वरूप शर्मा, बल्ह के विधायक इंद्र ¨सह गांधी, नगर परिषद अध्यक्ष सुमन ठाकुर, जिला भाजपा अध्यक्ष रणवीर ¨सह सहित अन्य भी मौजूद रहे।

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निचले तंत्र से खफा दिखे गोविंद वन एवं खेल मंत्री गो¨वद ठाकुर निचले तंत्र से खफा दिखे। उन्होंने दो टूक कहा कि निचले तंत्र यानी फील्ड में तैनात अधिकारियों के कारण सरकार की योजनाएं धरातल पर नहीं उतर रही हैं। खली के रेस¨लग आयोजन में खेल व आबकारी एवं कराधान विभाग की सक्रियता पर सवाल उठाए। अधिकारियों को चेताया कि प्यार को कमजोरी न समझें। आबकारी एवं कराधान विभाग की ओर से टिकटों की बिक्री का हिसाब मांगने और खेल विभाग की ओर से पड्डल मैदान का डेढ़ लाख का बिल खली को थमाने से मंत्री नाराज दिखे। उनका कहना था कि जब आयोजन नि:शुल्क हो रहा है, टिकट बिके ही नहीं तो आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारी वहां क्या करने गए थे?

------ नि:शुल्क उपलब्ध करवाया पड्डल रेल¨सग के लिए पड्डल मैदान नि:शुल्क उपलब्ध करवाया जा रहा है। सरकार व खेल विभाग कोई शुल्क नहीं लेगा। पहले खेल विभाग ने शुल्क के रूप में खली को डेढ़ लाख रुपये जमा करवाने के निर्देश दिए थे।

------ शरीर फिट रहा तो उतरूंगा ¨रग में : खली

दलीप ¨सह राणा उर्फ ग्रेट खली ने कहा वह राजनीति नहीं जानते हैं और न ही राजनीति उनके बस की बात है। मैं तो रेस¨लग जानता हूं और चाहता हूं कि हर युवा स्वस्थ हो और नशे से दूर रहे। मंडी की फाइट में वह ¨रग में नहीं उतरेंगे अगर अंतिम समय में शरीर ने साथ दिया तो वे ¨रग में उतर सकते हैं।


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