Move to Jagran APP

पर्यटन को लगेंगे पंख, गोबिंद सागर में उतरेंगे सी प्लेन

पर्यटन को लगेंगे पंख, सुरक्षा पहलुओं पर हो रहा मंथन, 300 मीटर लंबे जलाशय में लैंडिंग -टेक ऑफ संभव।

By BabitaEdited By: Published: Mon, 01 Oct 2018 10:12 AM (IST)Updated: Mon, 01 Oct 2018 10:12 AM (IST)
पर्यटन को लगेंगे पंख, गोबिंद सागर में उतरेंगे सी प्लेन
पर्यटन को लगेंगे पंख, गोबिंद सागर में उतरेंगे सी प्लेन

मंडी, सुरेंद्र शर्मा। गोबिंद सागर झील व ब्यास सतलुज लिंक परियोजना के पंडोह मुख्य बांध की रेजरवायर में सी प्लेन उतरते दिखेंगे। पर्यटन विभाग के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर प्रदेश सरकार गंभीरता से मंथन कर रही है। प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने से पहले इसकी सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है। इससे पर्यटकों को देवभूमि में पहुंचने में सड़क की अपेक्षा बेहद कम समय लगेगा।

loksabha election banner

केंद्र सरकार की शुरुआत में देश की करीब 111 नदियों को हवाई पट्टी के तौर पर इस्तेमाल करने की योजना है। प्लेन की टिकट आम लोगों की पहुंच में रहे इसका भी केंद्र सरकार ध्यान रख रही है। पहाड़ी राज्यों में झील व जलाशय में सी प्लेन आसानी से लैंडिंग व टेक ऑफ कर सकता है। पहाड़ी प्रदेश में बाढ़ जैसे हालात के दौरान सी प्लेन की सुरक्षा राह में रोड़ा बन सकती है। प्रदेश सरकार सुरक्षा के सभी पहलुओं

को भी ध्यान में रख रही है। पर्यटन महकमे ने बिलासपुर जिला में गोबिंद सागर झील व मंडी जिले के पंडोह में सी प्लेन उतारने का प्रोजेक्ट तैयार कर इसे प्रदेश सरकार के पास मंजूरी के लिए भेज दिया है। हाल ही में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक में सी प्लेन की सेवा शुरू करने के लिए उच्च अधिकारियों के साथ विचार किया गया है। सी प्लेन सेवा शुरू होने से देवभूमि भी जल मार्ग से जुड़ जाएगी।

 

सर्पीली सड़कों से आवागमन करने का पर्यटकों को जोखिम नहीं उठाना पड़ेगा। मनपसंद स्थल पर पर्यटक सीधे लैंड कर सकेंगे। प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावना है लेकिन घुमावदार सड़कों के माध्यम से पहुंचने का पर्यटक अधिक जोखिम नहीं लेना चाहते। सी प्लेन सेवा शुरू होने से खूबसूरत पहाड़ी राज्य में पर्यटन नई

ऊंचाइयां हासिल करेगा। अनछुए पर्यटन स्थलों पर पर्यटक आसानी से पहुंच सकेंगे। सी प्लेन जमीन-पानी दोनों से उड़ान भरने के साथ उतर सकता है। 300 मीटर की लंबाई वाले जलाशय का इस्तेमाल हवाई-पट्टी के रूप में संभव है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.