बारिश व बर्फबारी होने पर चहके किसान-बागवान
में बारिश और ताजा बर्फबारी यहां के किसानों और बागवानों के लिए जाड़े में राहत का पैगाम लेकर आई है। वीरवार को हुए हिमपात से शुक्रवार की सुबह पहाड़ों पर बर्फ की मनमोहक चादर देखने वालों के मन को भा गई है। सराज क्षेत्र में यह मौसम की तीसरी बर्फबारी हुई है। इससे पूर्व शिकारी देवी की पहाड़ियों पर बर्फबारी हुई थी लेकिन अब शिकारी देवी समेत सराज के शिल्हीबागी, शैटाधार, चियूणी, बागाचनौगी, भाटकीधार, नाचन के देवीदड़ और कमरूनाग, ज्यूणी घाटी आदि क्षेत्र में अच्छी बर्फबारी हुई है। क्षेत्र के किसान और बागवान पिछले कई दिनों से बारिश और बर्फबारी के इंतजार में थे। ऊंचाई वाले इ
मृगेंद्र पाल, गोहर
सराज व नाचन के ऊपरी इलाकों में बारिश व ताजा बर्फबारी किसानों-बागवानों के लिए राहत लेकर आई है। वीरवार को हुई बर्फबारी से पहाड़ों ने चांदी की सफेद चादर ओड़ ली है। सराज में मौसम की तीसरी बर्फबारी हुई है। इससे पूर्व शिकारी देवी की पहाड़ियों पर बर्फबारी हुई थी। लेकिन अब शिकारी देवी, सराज के शिल्हीबागी, शैटाधार, चियूणी, बागाचनौगी, भाटकीधार, नाचन के देवीदड़ व कमरुनाग व ज्यूणी घाटी में बर्फबारी हुई है। किसान व बागवान कई दिनों से बारिश व बर्फबारी का इंतजार कर रहे थे। ऊंचाई वाले इलाकों में ताजा हिमपात से लोगों ने चैन की सांस ली वहीं सूखे की मार से जूझ रहे मैदानी क्षेत्र में रहने वाले लोगों का इंतजार भी खत्म हुआ।
किसान कमल किशोर, भरत, अच्छरू, मस्तराम, सोहन ¨सह, प्रकाश चंद, रमेश कुमार, लालचंद, परमदेव, ज्ञान चंद, शेर ¨सह का कहना है कि नकदी फसलों व बागवानी के लिए बारिश और बर्फबारी का होना आवश्यक है। बर्फबारी से किसानों के खेतों में पर्याप्त मात्रा में नमी मिली है, किसान रबी की फसलों को बीजकर नमी का लाभ ले सकते हैं। साथ ही ताजा हिमपात से सबको राहत मिली है। लोगों का भी मानना है कि मौसम में बदलाव आने से आने वाले दिनों में बारिश और बर्फबारी के आसार और बन रहे है। सराज के उपमंडलाधिकारी सुरेंद्र मोहन ने बताया कि सराज के कई क्षेत्रों में अच्छी बर्फबारी हुई है। कृषि विभाग के कृषि विषयवाद विशेषज्ञ डॉ. खूब राम चौहान ने बताया कि किसानों और बागवानों के लिए बारिश और बर्फबारी लाभदायक सिद्ध होगी।