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दरक रही पहाड़ी पर लगाए सेंसर, खतरे से पहले करेंगे अलर्ट

आइआइटी मंडी के विशेषज्ञों ने पद्धर उपमंडल के तालगहर गांव से ऊपर गवालन गांव के नीचे दरक रही पहाड़ी से लोगों को सतर्क करने के लिए पहाड़ी पर सचेतक सेंसर लगाए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Aug 2018 06:54 PM (IST)Updated: Sat, 18 Aug 2018 06:54 PM (IST)
दरक रही पहाड़ी पर लगाए सेंसर, खतरे से पहले करेंगे अलर्ट
दरक रही पहाड़ी पर लगाए सेंसर, खतरे से पहले करेंगे अलर्ट

सहयोगी, पद्धर : आइआइटी मंडी के विशेषज्ञों ने पद्धर उपमंडल के तालगहर गांव से ऊपर गवालन गांव के नीचे दरक रही पहाड़ी से लोगों को सतर्क करने के लिए पहाड़ी पर सचेतक सेंसर लगाए हैं। आइआइटी के विशेषज्ञों ने आधुनिक सेंसर को एयरटेल के बजाय जिओ फाइबर से कनेक्टिविटी दी है। इससे पहले कोटरोपी पहाड़ी के ऊपर लगाए गए सेंसर एयरटेल से जोड़े गए थे। अब सेंसर बेहतर ढंग से काम कर रहे हैं। जिला आपदा केंद्र से सेंसर का तालमेल स्थापित किया गया है। उरला पंचायत के तालगहर गांव में पिछले रविवार को हुई भारी बारिश से भूस्खलन होने से मलबा गांव तक पहुंच गया था। इससे एक रसोईघर और शौचालय को नुकसान हुआ था। चार रिहायशी मकान खतरे की जद में आ गए थे। गांव के नीचे राष्ट्रीय राजमार्ग पर तक मलबा आने से मार्ग बंद हो गया था।

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एसडीएम पद्धर आशीष शर्मा ने राजस्व विभाग की टीम के साथ दरकती पहाड़ी का जायजा लिया था। इसके बाद आइआइटी के विशेषज्ञों का दल यहां जायजा लेने पहुंचा था। विशेषज्ञों ने पहाड़ी में पांच सौ मीटर लंबे भूभाग में एक से डेढ़ फुट तक आई दरार को देखते हुए पूरे गांव को अलर्ट किया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने चार परिवारों बालक राम, नानक चंद पुत्र टूगु राम, ठाकर ¨सह पुत्र टूगु राम और गायत्री देवी पत्नी रामधन को प्रशासन द्वारा टेंट लगाकर दिए गए हैं। आठ परिवारों को तिरपाल दिए हैं। खतरे की जद में आए चार परिवार अब टेंट में रह रहे हैं।

शनिवार सुबह हुई मूसलधार बारिश के दौरान यहां सभी ग्रामीण सुरक्षित स्थानों पर चले गए। मौसम साफ होने के बाद घरों की ओर रुख किया। शनिवार को आइआइटी के विशेषज्ञों ने पहाड़ी पर सचेतक सेंसर लगा कर ग्रामीणों को खतरे से पहले अलर्ट किए जाने की सुविधा प्रदान की है। इससे वह राहत महसूस कर रहे हैं। ग्रामीणों ने इसके लिए प्रशासन का आभार ताया है। ग्रामीण सहमे हुए हैं। उनका कहना है नमकीन पहाड़ी होने के कारण यहां ऐसी घटनाएं हो रही हैं। गुम्मा नमक की टनल की वजह से भी यहां इस तरह की घटनाएं होने की बात की जा रही है।

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उरला के तालगहर गांव के ऊपर दरकी पहाड़ी के खतरे को देखते हुए यहां दो सचेतक सेंसर लगा दिए गए हैं। खतरे से पूर्व ही ये सेंसर सायरन बजाकर ग्रामीणों को सतर्क कर देंगे।

ऋग्वेद ठाकुर, उपायुक्त मंडी


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