पनविद्युत प्रोजेक्ट का कार्य शुरू न होने पर खोला मोर्चा
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संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : ब्यास नदी पर थाना पलौन में प्रस्तावित 191 मेगावाट पनविद्युत प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य शुरू न होने पर तीन पंचायतों के लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को एसडीएम अमित मेहरा के माध्यम से लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सांसद रामस्वरूप शर्मा व उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर को ज्ञापन भेज प्रोजेक्ट का कार्य जल्द शुरू करने की मांग की है।
ग्रामीणों का आरोप है पनविद्युत प्रोजेक्ट के निर्माण को लेकर 403 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। मुआवजा राशि देना तो दूर निर्माण कार्य शुरू होने की कोई हलचल नहीं है। इससे पंचायतों के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। किसानों की भूमि पर खेतीबाड़ी करने पर भी असमंजस पैदा हुआ है।
चडौंझ विकास समिति का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी एसडीएम अमित मेहरा से मिला। थाना पलौन में पनविद्युत प्रोजेक्ट बनाने की कवायद 2009 में शुरू हुई थी। 11 साल में प्रोजेक्ट के निर्माण को लेकर कोई खास प्रगति नहीं हुई है। द्रुब्बल, पिपली व नौहली पंचायत के साथ प्रभावित 12 पंचायतों के लोगों की 60 फीसद भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। समिति के अध्यक्ष लाभ सिंह ठाकुर ने कहा कि आवासीय कॉलोनी व कार्यालय के निर्माण को लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। उन्होंने द्रुब्बल पंचायत में आवासीय कॉलोनी व कार्यालय निर्माण की मांग रखी।
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ब्यास नदी पर पुल का निर्माण कार्य लटका
प्रोजेक्ट का कार्य शुरू न होने से ब्यास नदी पर पुल का निर्माण कार्य भी थम चुका है। पुल का निर्माण बांध के जलस्तर के आधार पर होगा। लोगों को जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए उन्हें जोगेंद्रनगर से होते हुए करीब 100 किलोमीटर सफर तय करना पड़ रहा है। विकास समिति के सदस्य वीरेंद्र, अरुण, सुनील, भूपेंद्र, हरी सिंह, हितेश, नीरज, विजय, अजय, प्रेम सिंह, अनिल ने बताया नौहली, पिपली, द्रुब्बल तीन मुख्य पंचायतों के अलावा कुफरी, ब्यूंह, कोट, खलाणू आदि पंचायतों के कई विकासात्मक कार्य प्रभावित हो रहे हैं।