सांसद जी! आपके गृह हलके के अस्पताल में नहीं मिल रहे डॉक्टर
नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर में लचर प्रबंधन पर मरीजों का गुस्सा एक बार फिर अस्पताल प्रबंधन पर फूटा है। बेहतर स्वास्थ्य सुविधान न मिलने पर मरीजों ने अस्पताल में उपस्थित कर्मचारियों को खरी खोटी सुना डाली। शनिवार को अस्पताल में पर्ची पंजीकरण करीब एक घंटा देरी से शुरू हुई। अस्पताल के डाटा एंट्री ऑपरेटर के
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर में लचर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर मरीजों का गुस्सा फिर अस्पताल प्रबंधन पर फूटा है। शनिवार को अस्पताल में पर्ची पंजीकरण करीब एक घंटा की देरी से शुरू हुआ। काउंटर के बाहर मरीजों की कतारें लग गई। जोगेंद्रनगर सांसद रामस्वरूप शर्मा का गृह क्षेत्र है। क्षेत्र की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने की आए दिन बड़ी-बड़ी डींगे हांकी जाती हैं। आलम यह है कि अस्पताल में डॉक्टर ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। स्थानीय विधायक प्रकाश राणा ने भी चुनाव में लोगों को जोगेंद्रनगर में पीजीआइ जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के सब्जबाग दिखाए थे, लेकिन एक साल में हलके में स्वास्थ्य सुविधाओं का ढांचा पूरी तरह से चरमरा गया। लचर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर पूर्व मंत्री गुलाब ¨सह ठाकुर ने अस्पताल प्रबंधन पर जमकर भड़ास निकाली।
अस्पताल के डाटा एंट्री ऑपरेटर न होने प्रशिक्षु नर्सें या फिर अस्पताल के सुरक्षा कर्मी मरीजों के पर्जी पंजीकरण का कार्य देख रही हैं। ऐसे में मरीजों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
---- यहां मरीजों को आए दिन परेशानी झेलनी पड़ रही है। अस्पताल के लचर प्रबंधन के लिए विधायक प्रकाश राणा सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं, उन्हें नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा देना चाहिए।
-जीवन ठाकुर, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी।
--- अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के दिशा-निर्देश अस्पताल प्रबंधन को कई मर्तबा जारी किए गए हैं। बावजूद इसके कोई लापरवाही उजागर हुई है तो मामले की जांच कर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-डॉ. जीवानंद चौहान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मंडी।
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उपचार न मिलने पर बुजुर्ग महिला के छलके आंसू :
अस्पताल में आंख की बीमारी से पीड़ित वृद्धा कौशल्या देवी को जब उपचार नहीं मिल पाया तो मायूस हो गई। उनकी आंख से आंसू निकल आए। उन्होंने बताया उनकी दोनों आखों की रोशनी बेहद कम हो चुकी है। पति का स्वर्गवास हो चुका है घर में मौजूद सदस्य भी उनकी सुध नहीं लेते हैं। वह बड़ी मुश्किल के साथ अस्पताल में आंख का उपचार करवाने पहुंची थी, लेकिन नेत्र रोग विशेषज्ञ के अस्पताल में न होने के कारण ऐसे ही लौटना पड़ा।
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लिफ्ट बंद सीढि़यां सहारा :
अस्पताल की लचर स्वास्थ्य सुविधाओं का खामियाजा भाजपा सरकार के पूर्व मंत्री गुलाब ¨सह ठाकुर को भी भुगतना पड़ा। शनिवार को अस्पताल के निरीक्षण के दौरान जब भाजपा नेता ने अस्पताल की दूसरी और तीसरी मंजिल के रोगी वार्ड में भर्ती मरीजों व व्यवस्था जांचने के लिए लिफ्ट सुविधा का इस्तेमाल करना चाहा तो लिफ्ट खराब थी। उन्होंने अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी से भी इस बावत जवाब तलब किया है।