चौहाटा बाजार में रौनक, इंदिरा मार्केट में दिखी चहल-पहल
सोमवार को 69 दिनों के बाद मंडी शहर उसी रफ्तार में नजर आया जैसा 24 मार्च से पहले था। चौहाटा बाजार में लोगों की रौनक बढ़ी थी तो इंदिरा मार्केट ग्राहकों की आवाजाही से सरोबार थी। मंजर ऐसा था मानों मंडी फिर जी उठी। कोरोना के खतरे के बीच लोग बिना किसी डर के बाजार में निकले। मुंह पर मास्क और शारीरिक दूरी का पालन कर अपने कामों को अंजाम दिया।
जागरण संवाददाता, मंडी : सोमवार को 69 दिन के बाद मंडी शहर उसी रफ्तार में नजर आया जैसा 24 मार्च से पहले था। चौहाटा बाजार में लोगों की रौनक बढ़ी थी तो इंदिरा मार्केट में भी ग्राहकों की आवाजाही दिख रही थी। ऐसा लग रहा था मानों मंडी फिर जी उठी। कोरोना वायरस के खतरे के बीच लोग बिना किसी डर के बाजार में निकले। मुंह पर मास्क और शारीरिक दूरी का पालन कर अपने कामों को अंजाम दिया।
अनलॉक-वन की शुरुआत के साथ ही सुबह ही दुकानदार पहले की तरह अपने तय समय पर दुकानों पर पहुंचे और अपना काम शुरू किया। धीरे-धीरे लोगों की भीड़ बढ़ने लगी, लेकिन इनको देख लग रहा था कि अब कोरोना के कारण कदम नहीं रुकेंगे और मंडी शहर पहले की तरह ही चलेगा। दही-बूंदी की दुकान पर लंबे समय के बाद लोग उसका आनंद लेते दिखे तो चाय की चुस्कियों के साथ गप्पों का दौर भी शुरू था। जलेबी की मांग भी थी, कुछ लोग दाल के हलबे का आनंद ले रहे थे, तो कोई केवल सेरी मंच व इंदिरा मार्केट की छत पर घूमने का आनंद। पुलिस व्यवस्था हर जगह थी। नियम न मानने वालों पर सख्ती भी बरती जा रही थी। अन्य गाड़ियों के साथ बसों के हॉर्न भी सुनाई दे रहे थे। बेशक कोरोना का खतरा नहीं टला है, लेकिन पहले दिन जिस तरह से मंडी शहर अपने पूरे जोश के साथ चल रहा था।
व्यापार मंडल के प्रधान राजेश महेंद्रू कहते हैं कि बेशक कोरोना के केस सामने आ रहे हैं, लेकिन जिस तरह से मंडी में आज लोगों उमड़े हैं उसे देख यही लगता है कि अब कोरोना का डर लोगों में नहीं है क्योंकि दो माह कर्फ्यू में रहने के बाद नियमों का पालन करना यह समझ गए हैं। अब लोगों को आठ जून का इंतजार है, जब उनके पसंदीदा रेस्टोरेंट और देवालय खुलेंगे।