नेरचौक मेडिकल कॉलेज में दोगुना होगी ऑक्सीजन पोर्ट की संख्या
जागरण संवाददाता मंडी लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल मंडी स्थित नेरचौक में
जागरण संवाददाता, मंडी : लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल मंडी स्थित नेरचौक में ऑक्सीजन पोर्ट की संख्या अब दोगुना होगी। वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कॉलेज प्रबंधन ने ऑक्सीजन पोर्ट बढ़ाने का निर्णय लिया है। मेडिकल कॉलेज में करीब 500 बिस्तर का अस्पताल है। हर विभाग के अलग-अलग वार्ड हैं। वार्डो में करीब 216 ऑक्सीजन पोर्ट लगे हैं। इनको केंद्रीयकृत सिस्टम के माध्यम से ऑक्सीजन की सप्लाई होती है। इसके लिए कॉलेज प्रबंधन ने मिनी फोल्ड ऑक्सीजन प्लांट लगा रखा है। इसमें ऑक्सीजन के 40 सिलिंडर एक साथ लगाए जा सकते हैं।
कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए यहां तीन वार्ड बनाए हैं। इनमें 118 बिस्तर व 90 ऑक्सीजन पोर्ट लगे हैं। यहां प्रदेश के सात जिलों के कोरोना संक्रमितों का उपचार हो रहा है। लक्षण वाले कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने से गत कुछ दिनों से ऑक्सीजन की डिमांड भी बढ़ी है। रोजाना अब 200 सिलिंडर की खपत हो रही है। मरीजों में ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ने से पोर्ट कम पड़ने लगे थे। ऑक्सीजन पोर्ट से दो मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई हो सके इसके लिए कॉलेज प्रबंधन को डिवाइस नहीं मिल रहे थे। दिल्ली की एक कंपनी से डिवाइस मिलने के बाद अब टेंडर कर डिवाइस खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। डिवाइस लगने से ऑक्सीजन पोर्ट की संख्या बढ़कर 90 से 180 हो जाएगी। इससे कॉलेज प्रबंधन को अन्य जगह कोविड वार्ड नहीं बनाना पड़ेंगे।
वहीं कुछ दिन से खराब चल रहे मिनी फोल्ड ऑक्सीजन प्लांट की युद्धस्तर पर मरम्मत करवाने का निर्णय लिया गया है। दैनिक जागरण ने ऑक्सीजन प्लांट में तकनीकी खराबी का मामला प्रमुखता से उठाया था। प्लांट की मरम्मत के लिए टेंडर प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
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कोविड वार्ड के ऑक्सीजन पोर्ट में डिवाइस लगने से उनकी संख्या 90 से बढ़कर 180 हो जाएगी। डिवाइस लगाने वाली कंपनी से संपर्क किया गया है। ऑक्सीजन प्लांट की मरम्मत करवाई जा रही है।
-डा. जीवानंद चौहान, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक नेरचौक मेडिकल कॉलेज।